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केन्द्रीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 23 फरवरी 2018 तक अर्थव्यवस्था में संचालित कुल करेंसी 17.82 लाख करोड़ रुपये है। वहीं नोटबंदी से ठीक पहले 4 नवंबर 2017 तक कुल करेंसी सर्कुलेशन 17.97 लाख करोड़ रुपये था। मौजूदा वक्त में करेंसी का सर्कुलेशन नोटबंदी से पहले के स्तर का 99.17 फीसदी हो चुका है। जो कभी नोटबंदी से हुआ करता था।
केन्द्रीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 23 फरवरी 2018 तक अर्थव्यवस्था में संचालित कुल करेंसी 17.82 लाख करोड़ रुपये है। वहीं नोटबंदी से ठीक पहले 4 नवंबर 2017 तक कुल करेंसी सर्कुलेशन 17.97 लाख करोड़ रुपये था। मौजूदा वक्त में करेंसी का सर्कुलेशन नोटबंदी से पहले के स्तर का 99.17 फीसदी हो चुका है। जो कभी नोटबंदी से हुआ करता था।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नंवबर 2016 को नोटबंदी का ऐलान करते हुए, अर्थव्यवस्था में संचालित 500 और 1000 रुपये की करेंसी को प्रतिबंधित करते हुए लगभग 8 लाख करोड़ रुपये की कुल मुद्रा को वापस ले लिया था।
- बता दें कि मोदी सरकार ने नोटबंदी का फैसला कालेधन पर नकेल कसने, नकली करेंसी पर लगाम लगाने और देश में डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ाने के लिए लिया था।
- आरबीआई के जनवरी 2018 के बाद के आंकड़ों में देखा गया कि देश में करेंसी ट्रांजैक्शन बढ़कर 89,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जबकि डिजिटल माध्यमों से पेमेंट का आंकड़ा तेजी से गिर गया।
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