विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) - 5 जून, 2017

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      *विश्व पर्यावरण दिवस~2017*        

विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) ~ 2017

  • दिनांक : 5 जून, सोमवार 
  • विषय 2017 : "कनेक्टिंग पीपुल टू नेचर"
  • मेजबान देश(2017): कनाडा  

कुछ महत्वपुर्ण तथ्य :

  1. 1972 में संयुक्त राष्ट्र में 5 से 16 जून को मानव पर्यावरण पर शुरु हुए सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र आम सभा और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनइपी) के द्वारा कुछ प्रभावकारी अभियानों को चलाने के द्वारा हर वर्ष मनाने के लिये पहली बार विश्व पर्यावरण दिवस की स्थापना हुयी थी।
  2. पहली बार 1973 में कुछ खास विषय-वस्तु के “केवल धरती” साथ मनाया गया था।
  3. पर्यावरण प्रदूषण की समस्या पर सन 1972 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने स्टॉकहोम (स्वीडन) में दुनिया के सभी देशों का पहला पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किया था।
  4. वर्ल्ड एनवायरनमेंट डे पर गूगल ने एक डूडल तैयार किया है। इस डूडल को गूगल ने अपने होम पेज पर लगाया है। जैसे ही गूगल डॉट कॉम खोलेंगे तुरंत गूगल एक नए अंदाज में लिखा हुआ आएगा। गूगल पूरी तरह से हरें रंग में लिखा हुआ आ रहा है। इसके साथ ही ‘l’ (एल) को ऐसे डिजाइन किया गया है कि उसमें से पेड़ की पत्तियां निकलती दिखाई दे रही हैं।

 विभिन्न वर्षों के आधार पर दिये गये थीम और नारे यहाँ सूचीबद्ध है:-

  • वर्ष 2017 की थीम : "कनेक्टिंग पीपुल टू नेचर"
  • वर्ष 2016 का थीम : "दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए दौड़ में शामिल हों"।     
  • वर्ष 2015 का थीम : “एक विश्व, एक पर्यावरण।”     
  • वर्ष 2014 का थीम : “छोटे द्वीप विकसित राज्य होते है” या “एसआइडीएस” और “अपनी आवाज उठाओ, ना कि समुद्र स्तर।”     
  • वर्ष 2013 का थीम : “सोचो, खाओ, बचाओ” और नारा था “अपने फूडप्रिंट को घटाओ।”     
  • वर्ष 2012 का थीम : “हरित अर्थव्यवस्था: क्यो इसने आपको शामिल किया है?”     
  • वर्ष 2011 का थीम : “जंगल: प्रकृति आपकी सेवा में।”     
  • वर्ष 2010 का थीम : “बहुत सारी प्रजाति। एक ग्रह। एक भविष्य।”     
  • वर्ष 2009 का थीम : “आपके ग्रह को आपकी जरुरत है- जलवायु परिवर्तन का विरोध करने के लिये एक होना।”     
  • वर्ष 2008 का थीम : “CO2, आदत को लात मारो- एक निम्न कार्बन अर्थव्यवस्था की ओर।”     
  • वर्ष 2007 का थीम : “बर्फ का पिघलना- एक गंभीर विषय है?”     
  • वर्ष 2006 का थीम : “रेगिस्तान और मरुस्थलीकरण” और नारा था “शुष्क भूमि पर रेगिस्तान मत बनाओ।”     
  • वर्ष 2005 का थीम : “हरित शहर” और नारा था “ग्रह के लिये योजना बनाये।”     
  • वर्ष 2004 का थीम : “चाहते हैं! समुद्र और महासागर” और नारा था “मृत्यु या जीवित?”     
  • वर्ष 2003 का थीम : “जल” और नारा था “2 बिलीयन लोग इसके लिये मर रहें हैं।”     
  • वर्ष 2002 का थीम : “पृथ्वी को एक मौका दो।”     
  • वर्ष 2001 का थीम : “जीवन की वर्ल्ड वाइड वेब।”     
  • वर्ष 2000 का थीम : “पर्यावरण शताब्दी” और नारा था “काम करने का समय।”     
  • वर्ष 1999 का थीम : “हमारी पृथ्वी- हमारा भविष्य” और नारा था “इसे बचायें।”     
  • वर्ष 1998 का थीम : “पृथ्वी पर जीवन के लिये” और नारा था “अपने सागर को बचायें।”     
  • वर्ष 1997 का थीम : “पृथ्वी पर जीवन के लिये।”     
  • वर्ष 1996 का थीम : “हमारी पृथ्वी, हमारा आवास, हमारा घर।”     
  • वर्ष 1995 का थीम : “हम लोग: वैश्विक पर्यावरण के लिये एक हो।”    
  • वर्ष 1994 का थीम : “एक पृथ्वी एक परिवार।”     
  • वर्ष 1993 का थीम : “गरीबी और पर्यावरण” और नारा था “दुष्चक्र को तोड़ो।”     
  • वर्ष 1992 का थीम : “केवल एक पृथ्वी, ध्यान दें और बाँटें।”     
  • वर्ष 1991 का थीम : “जलवायु परिवर्तन। वैश्विक सहयोग के लिये जरुरत।”     
  • वर्ष 1990 का थीम : “बच्चे और पर्यावरण।”     
  • वर्ष 1989 का थीम : “ग्लोबल वार्मिंग; ग्लोबल वार्मिंग।”     
  • वर्ष 1988 का थीम : “जब लोग पर्यावरण को प्रथम स्थान पर रखेंगे, विकास अंत में आयेगा।”     
  • वर्ष 1987 का थीम : “पर्यावरण और छत: एक छत से ज्यादा।”     
  • वर्ष 1986 का थीम : “शांति के लिये एक पौधा।”     
  • वर्ष 1985 का थीम : “युवा: जनसंख्या और पर्यावरण।”     
  • वर्ष 1984 का थीम : “मरुस्थलीकरण।”     
  • वर्ष 1983 का थीम : “खतरनाक गंदगी को निपटाना और प्रबंधन करना: एसिड की बारिश और ऊर्जा।”     
  • वर्ष 1982 का थीम : “स्टॉकहोम (पर्यावरण चिंताओं का पुन:स्थापन) के 10 वर्ष बाद।”     
  • वर्ष 1981 का थीम : “जमीन का पानी; मानव खाद्य श्रृंखला में जहरीला रसायन।”     
  • वर्ष 1980 का थीम : “नये दशक के लिये एक नयी चुनौती: बिना विनाश के विकास।”     
  • वर्ष 1979 का थीम : “हमारे बच्चों के लिये केवल एक भविष्य” और नारा था “बिना विनाश के विकास।”     
  • वर्ष 1978 का थीम : “बिना विनाश के विकास।”     
  • वर्ष 1977 का थीम : “ओजोन परत पर्यावरण चिंता; भूमि की हानि और मिट्टी का निम्निकरण।”     
  • वर्ष 1976 का थीम : “जल: जीवन के लिये एक बड़ा स्रोत।”     
  • वर्ष 1975 का थीम : “मानव समझौता।”     
  • वर्ष 1974 का थीम : “ ’74’ के प्रदर्शन के दौरान केवल एक पृथ्वी।”     
  • वर्ष 1973 का थीम : “केवल एक पृथ्वी।”

विश्व पर्यावरण दिवस पर कथन:-

विश्व पर्यावरण दिवस पर कुछ प्रसिद्ध कथन (प्रसिद्ध व्यक्तियों द्वारा दिये गये) यहाँ दिया गये हैं:.....
  • “पर्यावरण सब कुछ है जो मैं नहीं हूँ।”- अल्बर्ट आइंस्टाईन
  • “हमारे पास एक समाज नहीं होगा अगर हम पर्यावरण का नाश करेंगे।”- मार्गरेट मीड     
  • “ये भयावह है कि पर्यावरण को बचाने के लिये हमें अपने सरकार से लड़ना पड़े।”- अंसेल एड्म्स     
  • “कीचड़ से साफ पानी में प्रदूषण करने के द्वारा आप कभी भी पीने को अच्छा पानी नहीं पायेंगे।”- एशीलस     
  • “मनुष्य और भूमि के बीच सौहार्द की एक स्थिति संरक्षण है।”- एलडो लियोपोल्ड
  • “भूमि के साथ सौहार्द एक दोस्त के सौहार्द जैसा है; आप उसके दायें हाथ को प्यार करें और बांये हाथ को काट नहीं सकते।”- एल्डो लियोपोल्ड     
  • “लोग अपने पर्यावरण को दोषी ठहराते हैं। इसमें केवल एक व्यक्ति को दोषी ठहराना है- और केवल एक- वो खुद।”-रॉबर्ट कॉलियर     
  • “मैं प्रकृति, जानवरों में, पक्षियों में और पर्यावरण में ईशवर को प्राप्त कर सकता हूँ, पैट बकले     
  • “हमें जरुर प्रकृति को लौटाना चाहिये और प्रकृति का ईश्वर।”- लूथर बरबैंक
  • “आगे बढ़ने का एक ही रास्ता है, अगर हम अवश्य पर्यावरण की गुणवत्ता को सुधार दें, सभी को शामिल होने के लिये है।”- रिचर्ड्स रोजरर्स     
  • “सरकार को स्वच्छ पर्यावरण के लिये एक लक्ष्य निर्धारित करना चाहिये ना कि शासनादेश कैसे ये लक्ष्य लागू करना चाहिये।”- डिक्सी ली रे     
  • “पृथ्वी हर मनुष्य की जरुरत को पूरा करता है, लेकिन हर व्यक्ति के लालच को नहीं।”- महात्मा गाँधी     
  • “विश्व के जंगलों से हम क्या रहें हैं केवल एक शीशे का प्रतिबिंब है जो हम अपने और एक-दूसरे के साथ कर रहें हैं।”- महात्मा गाँधी
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