भारतीय सेना दिवस (Indian Army Day) - 15 जनवरी, 2018

Dear Aspirants,
भारतीय सेना दिवस के मौके पर सेना के थल सेना अध्यक्ष बिपिन रावत, नौसेना अध्यक्ष सुनील लांबा और वायुसेना वीएम धनौआ ने दिल्ली के इंडिया गेट पर बनी अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की है।

  1. भारतीय फौज आज 70वां थलसेना दिवस मना रही है।
  2. सेना दिवस, भारत में हर वर्ष 15 जनवरी को लेफ्टिनेंट जनरल (बाद में फ़ील्ड मार्शल) के. एम. करियप्पा के भारतीय थल सेना के शीर्ष कमांडर का पदभार ग्रहण करने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। उन्होंने 15 जनवरी 1949 को ब्रिटिश राज के समय के भारतीय सेना के अंतिम अंग्रेज शीर्ष कमांडर जनरल रॉय फ्रांसिस बुचर से यह पदभार ग्रहण किया था।
  3. 15 जनवरी, 1948 को फील्ड मार्शल के एम करिअप्पा स्वतंत्र भारत के पहले भारतीय सेना प्रमुख बने थे। उस समय भारतीय सेना में लगभग दो लाख सैनिक थे। 
  4. समारोह दिल्ली सेना दिवस के उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष दिल्ली छावनी के करिअप्पा परेड ग्राउंड में परेड निकाली जाती है, जिसकी सलामी थल सेनाध्यक्ष लेते हैं।
  5. प्रमुख दुश्मनों को मुँहतोड़ जवाब देने वाले जवानों और जंग के दौरान देश के लिए बलिदान करने वाले शहीदों की विधवाओं को सेना मैडल और अन्य पुरस्कारों से सम्मानित करते हैं।
  6. इस समय लगभग 13 लाख सैनिक-असैनिक थल सेना में भिन्न-भिन्न पदों पर कार्यरत हैं, जबकि 1948 में सेना में लगभग 2,00,000 सैनिक थे। थल सेना का मुख्यालय नई दिल्ली में है।  
सेना की जीत एवं बलिदान :-
  1. भारत के बंटवारे के बाद हैदराबाद के निजाम ने स्वतंत्र रहने की जिद्द ठान रखी थी। इसके बाद सरदार बल्लभ भाई पटेल ने 12 सितंबर, 1948 को सेना को हैदराबाद की सुरक्षा के लिए भेजा। महज पांच दिन में ही वहां के निजाम को परास्त कर दिया गया और सेना के अगुवा मेजर जनरल जयन्तो नाथ चौधरी को सैन्य शासक घोषित कर दिया गया।
  2. प्रथम कश्मीर युद्ध :-  22 अक्टूबर 1947 को पाकिस्तानी सेना ने भारत पर आक्रमण शुरू किया। इस लड़ाई की सबसे खास बात यह थी कि यह लड़ाई भारतीय थल सेना ने उन साथियों के खिलाफ लड़ी थी जिनसे कुछ साल पहले वह कंधे से कंधा मिलाकर चलते थे।
  3. दूसरा भारत- पाक युद्ध :- अगस्त 1965 से लेकर सितंबर 1965 तक भारत और पाकिस्तान के बीच दूसरा कश्मीर युद्ध हुआ।
  4. बांग्लादेश की स्थापना :- पाकिस्तान के जनरल एएके नियाजी ने 90 हजार सैनिकों के साथ आत्मसमर्पण किया था।
  5. करगिल युद्ध :- मई, 1999 में एक स्थानीय ग्वाले से मिली सूचना के बाद बटालिक सेक्टर में ले. सौरभ कालिया के पेट्रोल पर हमले ने भारतीय इलाके में घुसपैठियों की मौजूदगी का पता दिया। 26 जुलाई को आखिरी चोटी पर भी फतह पा ली गई।
अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां क्लिक करें।

Comments