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हिन्दुस्तान पीएसयू अवार्ड्स (Hindustan PSU Awards) 2018 : Full Winners List

Dear Readers,

'हिन्दुस्तान' देश के विकास में अहम भूमिका निभा रहे सार्वजनिक उपक्रमों (पीएसयू) को 'हिन्दुस्तान रत्न पीएसयू अवॉर्ड-2018' से सम्मानित किया गया। 'हिन्दुस्तान रत्न पीएसयू अवॉर्ड-2018' हिन्दुस्तान मीडिया वेंचर्स लिमिटेड की अनोखी पहल है। 15 कंपनियों को 'हिन्दुस्तान रत्न पीएसयू अवॉर्ड' मिला।
चार केंद्रीय मंत्रियों नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान और मनोज सिन्हा ने बुधवार शाम यानि 30 मई, 2018 को ताज पैलेस होटल में आयोजित एक भव्य समारोह में ये पुरस्कार प्रदान किए।

  1. कुल आठ श्रेणियों में 15 सार्वजनिक उपक्रमों को सम्मानित किया गया। 
  2. पहली श्रेणी यानी तेजी से प्रगति कर रहे संगठनों के तहत पांच सार्वजनिक उपक्रमों-गेल इंडिया लिमिटेड, हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल), भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल), लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एलआईसी) और कोंकण रेलवे कॉरपोरेशन लिमिटेड को पुरस्कार से नवाजा गया।  
  3. दूसरी श्रेणी में बेहतरीन वित्तीय निष्पादन को आधार बनाया गया। इसमें चार उपक्रमों-कोल इंडिया लिमिटेड, नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एनएमडीसी), इंडियन रिन्यूवल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी लिमिटेड (आईआरईडीए) और एलआईसी को पुरस्कृत किया गया। 
  4. तीसरी श्रेणी में उत्कृष्ट कॉरपोरेट-सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के निर्वहन के लिए ऑयल एवं नेचुरल गैस कॉरपोरेशन लिमिटेड (ओएनजीसी) को 'हिन्दुस्तान रत्न अवॉर्ड'से नवाजा गया।
  5. चौथी श्रेणी के तहत यूनियन बैंक को उत्कृष्ट मानव संसाधन विकास के लिए यह अवॉर्ड मिला।  
  6. उत्कृष्ट इनोवेशन के लिए नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन (एनबीसीसी), बेहतरीन कायापलट रणनीति के लिए सेंट्रल इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड (सीईएल) और उत्कृष्ट हरित पहल के लिए सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड (सीसीएल) को 'हिन्दुस्तान रत्न अवॉर्ड' दिया गया।
  7. भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) और नेशनल एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (नाल्को) को'एडिटर्स च्वाइस' श्रेणी के तहत पुरस्कृत किया गया। 
नोट:-
पुरस्कारों के लिए सिर्फ उन्हीं उपक्रमों से आवेदन मांगे गए थे, जो केंद्र सरकार के अधीन हैं और पिछले दो सालों से मुनाफा कमा रहे हैं। इनमें महारत्न, नवरत्न, मिनी रत्न, अन्य पीएसयू और बैंकिग, वित्तीय व बीमा सेवाएं शामिल हैं। राज्यों के अधीन आने वाले पीएसयू को इन पुरस्कारों के दायरे में शामिल नहीं किया गया।
  1. पांच उपक्रमों से हुई शुरुआत 1951 में पहली पंचवर्षीय योजना के अंतर्गत करीब 29 करोड़ रुपये के निवेश के साथ पांच पीएसयू स्थापित किए गए। वर्ष 2016 (31अक्टूबर, 2016 तक) की बात करें तो देश में 320 से ज्यादा पीएसयू कार्यरत हैं।
  2. सरकार ने वर्ष 2010 में पीएसयू के लिए महारत्नों की श्रेणी बनाई। इस श्रेणी के पीएसयू को 5 हजार करोड़ रुपये तक या उनकी नेटवर्थ के 15 फीसदी तक के निवेश पर स्वयं फैसला करने का अधिकार दिया गया। 
  3. ओएनजीसी, एनटीपीसी, गेल इंडिया, कोल इंडिया, सेल, भेल और इंडियन ऑयल को महारत्न का दर्जा मिला है। 
  4. सरकार ने वर्ष 1997 में अच्छा प्रदर्शन करने वाली सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को खास पहचान देने के उद्देश्य से अकबर के नवरत्नों की तर्ज पर 'नवरत्न' खिताब की शुरुआत की। मौजूदा दौर में पॉवर ग्रिड कारपोरेशन समेत 17 नवरत्न हैं।
  5. अगस्त 1984 में स्थापित गेल इंडिया लिमिटेड आज देश के प्रमुख नवरत्न उपक्रमों में से एक है। वर्ष 1984 में 1700 करोड़ रुपये के 1800 किलोमीटर लंबे हजीरा-विजयपुर-जगदीशपुर पाइपलाइन प्रोजेक्ट के साथ गेल इंडिया ने शुरुआत की थी।
  6. भारत पेट्रोलियम 1889 से बर्मा शेल कंपनी नाम से वजूद में रही यह कंपनी, 1976 में भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन बनी।
  7. पॉवर ग्रिड की स्थापना 23 अक्तूबर 1989 को पांच हजार करोड़ रुपये की पूंजी के साथ हुई थी।
  8. मिनीरत्न देश में 73 मिनीरत्न हैं। मिनीरत्न बनने के लिए पीएसयू तीन साल लगातार लाभ में हों।
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