यात्रीगण कृपया ध्यान दें : मुगलसराय स्टेशन का नाम बदल गया हैं !!!

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प्रतिष्ठित मुगलसराय जंक्शन अब पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के नाम से जाना जाएगा। यूपी सरकार ने नोटिफेकशन जारी करके यह सूचना दी है। यह मुगलसराय यूपी के चंदौली जिले के अंतर्गत आता है।

  1. 1862 में बने मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलने की कवायद पिछले साल ही शुरू हो गई थी।
  2. दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना, दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना और दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना केंद्र की ओर से घोषित कई योजनाओं में से कुछ बड़ी योजनाएं हैं। 
  3. पिछले साल यूपी सरकार ने राज्य कर्मचारियों, पेंशनर्स तथा उनके परिवार के आश्रित सदस्यों को आकस्मिक तथा असाध्य रोगों के कैशलेस इलाज की योजना का नाम बदलकर 'पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मी कैशलेस चिकित्सा योजना' कर दिया था। 
  4. अन्य राज्यों में भी दीन दयाल इसके अलावा राज्य में दीन दयाल उपाध्याय नगर विकास योजना, दीन दयाल उपाध्याय कृषि समृद्धि योजना और दीन दयाल उपाध्याय सोलर स्ट्रीट लाइट योजना जैसी ढेरों अन्य योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। वहीं, उत्तराखंड सरकार ने 'पंडित दीनदयाल उपाध्याय मातृ-पितृ तीर्थाटन योजना' के नाम से बुजुर्गों को राज्य के धार्मिक स्थलों पर ले जाया जाता है।
  5. मध्यप्रदेश सरकार ने दीनदयाल उपाध्याय के नाम से 'दीनदयाल रसोई योजना' की शुरुआत की गई है, जिसमें गरीबों को सस्ते में भोजन उपलब्ध कराना है।
  6. पं. दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितंबर, 1916 को यूपी के मथुरा जिले में हुआ था। जनसंघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष दीन दयाल उपाध्याय का क्षत-विक्षत शरीर 11 फरवरी, 1968 को मुगलसराय के पास रेलवे लाइन के पास पाया गया था।
  7. दीन दयाल उपाध्याय की मौत पर जनसंघ के महामंत्री नाना जी देशमुख ने 25 मार्च, 1968 को नागपुर में कहा था कि उपाध्याय जी की हत्या, एक राजनीतिक हत्या है, जिसके बाद केंद्र सरकार ने 23 अक्टूबर, 1969 को जस्टिस वाई.वी.चंद्रचूड़ की अध्यक्षता में एक आयोग गठित भी कर दिया गया था, जिसने अपनी रिपोर्ट में कहा था दीनदयाल उपाध्याय की मौत चोरों द्वारा उन्हें ट्रेन से नीचे ढकेल देने के कारण हुई और ये कोई राजनीतिक हत्या नहीं है।
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