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दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में खेले गए विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में कर्नाटक ने मयंक अग्रवाल (90) की शानदार पारी के बाद कृष्णप्पा गौतम (27/3) की बदौलत सौराष्ट्र को 41 रनों से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। इससे पहले कर्नाटक की टीम 2014-15 और 2013-14 में खिताब अपने नाम कर चुकी है।
दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में खेले गए विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में कर्नाटक ने मयंक अग्रवाल (90) की शानदार पारी के बाद कृष्णप्पा गौतम (27/3) की बदौलत सौराष्ट्र को 41 रनों से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। इससे पहले कर्नाटक की टीम 2014-15 और 2013-14 में खिताब अपने नाम कर चुकी है।
- टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए कर्नाटक की टीम ने 45.5 ओवर में 253 रन बनाए थे। जिसके जवाब में सौराष्ट्र की टीम 46.3 ओवर में 212 रन ही बना पाई।
- मयंक अग्रवाल को उनकी 90 रनों की पारी के लिए ''मैन ऑफ द मैच'' चुना गया।
- 254 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी सौराष्ट्र की टीम ने तेजी से रन बनाने की कोशिश की, लेकिन पहले ओवर में ही प्रसिद्ध कृष्णा ने समर्थ व्यास को विकेटकीपर केएल राहुल के हाथों कैच कराकर कर्नाटक को पहली सफलता दिला दी।
- सौराष्ट्र की ओर से टीम कप्तान चेतेश्वर पुजारा ने सबसे ज्यादा 94 रनों की शानदार अर्धशतकीय पारी खेली, लेकिन इसके अलावा कोई और बल्लेबाज चल नहीं सका। पुजारा ने 127 गेंदों का सामना कर 10 चौके और एक छक्का लगाया।
- कर्नाटक की ओर से कृष्णपप्पा गौतम और प्रसिद्ध कृष्णा को तीन-तीन विकेट मिले। इसके अलावा, स्टुअर्ट बिन्नी और पवन देशपांडे को एक-एक सफलता मिली।
- कर्नाटक टीम के कप्तान करुण नायर को दूसरे ओवरी की चौथी गेंद पर शौर्य सानंदिया ने बोल्ड कर दिया।
- सौराष्ट्र की ओर से कमलेश मकवाना ने सबसे ज्यादा 4 विकेट लिए, जबकि प्रेरक मांकड़ को दो सफलता मिली। शौर्य सानंदिया और धर्मेंद्र जडेजा ने एक-एक बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा।
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