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विविध भारती भारत मे सार्वजनिक क्षेत्र के रेडियो चैनल आकाशवाणी की एक प्रमुख प्रसारण सेवा है। इस पर मुख्यत: हिन्दी फ़िल्मी गीत सुनवाये जाते हैं। इसकी शुरुआत 3 अक्टूबर 1957 को हुई थी।
विविध भारती भारत मे सार्वजनिक क्षेत्र के रेडियो चैनल आकाशवाणी की एक प्रमुख प्रसारण सेवा है। इस पर मुख्यत: हिन्दी फ़िल्मी गीत सुनवाये जाते हैं। इसकी शुरुआत 3 अक्टूबर 1957 को हुई थी।
- विविध (भारती) असल अंग्रेज़ी के मिस्लेनियस शब्द का हिन्दी अनुवाद है, जो पं॰ नरेन्द्र शर्मा ने इस नई सेवा को दिया था।
- प्रारम्भ मे इसका प्रसारण केवल दो केन्द्रों, बम्बई तथा मद्रास से होता था।
- विविध भारती की जिसकी शुरुआत उस समय हुई जब देश में रेडियाे सीलोन (श्रीलंका की रेडियाे प्रसारण सेवा) का बोलबाला था।
- भारत में रेडियो प्रसारण का आरंभ 23 जुलाई 1927 को हुआ था।
- आकाशवाणी के तत्कालीन महानिदेशक गिरिजाकुमार माथुर ने कवि पंडित नरेंद्र शर्मा, गोपालदास, केशव पंडित और अन्य सहयोगियों के साथ एक अखिल भारतीय मनोरंजन सेवा की परिकल्पना की। इसे नाम दिया गया विविध भारती सेवा।
- अखिल भारतीय मनोरंजन सेवा विविध भारती की पहली उदघोषणा शील कुमार ने की थी।
- आपको बता दें कि 3 अक्टूबर, 1957 को विविध-भारती का आगाज शील कुमार शर्मा की आवाज में हुआ था। उन्होंने कहा था-‘यह विविध-भारती है, आकाशवाणी का पंचरंगी कार्यक्रम’।
- 3 अक्तूबर, 1957 को विविध भारती सेवा मुंबई में शुरू की गयी।
- सबसे पहले ‘नाच रे मयूरा’ गाना विविध भारती पर बजा था, इसे पंडित नरेंद्र शर्मा ने ही लिखा था अनिल विश्वास का संगीत था और मन्ना डे की आवाज़’।
- 1967 से विविध भारती पर विज्ञापन प्रसारण सेवा का आरंभ हुआ।
- विज्ञापनदाआतों को विविध भारती एकमात्र ऐसा चैनल लगता था जिसके ज़रिए वो देश के कोने-कोने तक पहुंच बना सकते थे।
- जयमाला और हवामहल विविध भारती के शुरूआती कार्यक्रम रहे हैं।
- पिटारा, सन 1996 में विविध भारती से मनोरंजन के एक नये पैकेज का आरंभ हुआ।
- विविध भारती के प्रसारण पूरे भारत के अलावा पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश सहित दक्षिण पूर्वी एशिया के कई देशों में सुने जा रहे हैं।
- बिनाका गीतमाला- पहले यह रेडियो सीलोन पर आता था पर 1989 के बाद से विविध भारती पर आने लगा, इसकी प्रस्तोता अमीन सायानी को आज भी लोग याद करते हैं हिंदी फिल्मों के शीर्ष-10 गानों का काउंटडाउन होता था।
- छायागीत, संगीत-सरिता, सखी-सहेली और आज के फनकार महत्वपूर्ण कार्यक्रम हैं।
- स्वर्ण जयंती- विविध भारती अपना स्वर्ण जयंती वर्ष मना रहा है।
"विविध भारती ने बदलते वक़्त के साथ तमाम एफएम चैनलों की तरह विविध भारती मोबाइल-इंटरनेट पर उपलब्ध है।"
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