Dear Readers,
राजकमल प्रकाशन से आयी दो अग्रणी अर्थशास्त्रियों ज्यां द्रेज और अमर्त्य सेन की किताब ‘'भारत और उसके विरोधाभास’' एक अहम किताब है।
- यह ‘ऐन अनसर्टेन ग्लोरी : इंडिया एंड इट्स कंट्राडिक्शंस’ का हिंदी अनुवाद है, जिसे अशोक कुमार ने किया हैं।
- किताब पॉलिटिकल इकोनॉमी के बारे में कड़वे सच बोलती है और उचित-अनुचित का निर्णय देने में वैसा कोई परहेज नहीं करती, जो अकादमिक लेखन की चतुराई भरी विशेषता है।
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