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पिछड़ों और वंचितों के हक के लिए लड़ने वाली मानी लेखिका व सामाजिक कार्यकर्ता महाश्वेता देवी के 92वें जन्मदिन पर सर्च इंजन गूगल ने उन्हें डूडल के जरिये सम्मान दिया है।
Google Doodle बनाकर लेखक-एक्टिविस्ट Mahasweta Devi के 92वें जन्मदिवस पर दे रहा श्रद्धांजलि |
- महाश्वेता देवी ने पूरी जिंदगी लेखन के साथ महिलाओं, दलितों और आदिवासियों के अधिकारों के लिए जमीन पर संघर्ष करती रहीं।
- महाश्वेता देवी का जन्म 14 जनवरी, 1926 को अविभाजित भारत के ढाका (अब बांग्लादेश) में हुआ था। उनके पिता मनीष घटक बेहद लोकप्रिय कवि और उपन्यासकार थे। मां धरित्री देवी भी समाज सेविका एवं कवियित्री थीं। चाचा ऋतविक घटक प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक थे।
- महाश्वेता देवी ने 1936 से 1938 तक शांतिनिकेतन में शिक्षा हासिल की थी। 1964 में उन्होंने बिजॉयगढ़ कॉलेज में पढ़ाना शुरू किया।
- 1962 में विजन से रिश्ता टूटने के बाद उन्होंने असीत गुप्त से शादी की, लेकिन यह संबंध भी 1975 में समाप्त हो गया।
- उन्हें कई साहित्य पुरस्कारों जैसे साहित्य अकादमी अवॉर्ड (बंगाली), ज्ञानपीठ अवॉर्ड, रमन मैगससे अवॉर्ड से नवाजा गया। उन्हें पद्मश्री और पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया।
- उनका पहला उपन्यास ‘झांसीर रानी’ था। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई पर आधारित यह उपन्यास 1956 में प्रकाशित हुआ था।
- उनकी चर्चित कृतियों में अरण्य का अधिकार, नटी, जली थी अग्निशिखा, शालगिरह की पुकार पर, टेरोडेक्टिल, चोट्टिमुंडा और उसका तीर, अग्निगर्भ, हजार चौरासी की मां, मास्टर साब, श्री श्री गणेश महिमा, तारार आंधार, आंधार माणिक, नील छवि आदि उपन्यास शामिल हैं।
- उनकी प्रसिद्ध कहानियों में रुदाली, बाढ़, शिकार, बेहुला, द्रौपदी आदि चर्चित रही हैं।
- 1980 में उन्होंने 'वर्तिका' पत्रिका का संपादन संभालते हुए शोषितों के लिए एक और मंच तैयार किया। उन्होंने हिन्दुस्तान के लिए भी लंबे समय तक नियमित स्तंभ लिखा।
- 1979 में महाश्वेता को बिरसा मुंडा पर आधारित उनके उपन्यास 'अरण्येर अधिकार' के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया गया। 1986 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
- 1996 में उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार और रमन मैगसेसे पुरस्कार प्रदान किए गए। 2006 में उन्हें पद्म विभूषण की उपाधि से सम्मानित किया गया।
- पत्रकारिता, साहित्य और रचनात्मक संचार कला में योगदान देने के लिए साल 1997 में उन्हें रमन मैगसेसे अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
- महाश्वेता देवी को साहित्य में योगदान देने के लिए 2003 में प्रतिष्ठित पुरस्कार ‘ऑरदे्र देस आट्र्स एत देस लेटर्स’ से भी सम्मानित किया गया था।
- 28 जुलाई, 2016 को कोलकाता में उनका निधन हो गया।
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