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Osmania University to host The 105th Indian Science Congress (ISC), has been 'indefinitely postponed

   Dear Readers,
सौ साल में पहली बार स्थगित हुई भारतीय सांइस कांग्रेस
सौ साल के इतिहास में पहली बार इंडियन साइंस कांग्रेस के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है। साइंस कांग्रेस के 105वें एडिशन को इस बार उस्मानियां यूनिवर्सिटी होस्ट कर रही थी। यूनिवर्सिटी ने छात्रों के विरोध प्रदर्शन की आशंका जताई है।
  • 3-7 जनवरी, 2018 के बीच होने वाली इंडियन साइंस कांग्रेस में कैंपस के अंदर गड़बड़ी होने की संभावना है। जिसके चलते उस्मानिया यूनिवर्सिटी ने इस कार्यक्रम की मेजबानी में असमर्थता जताई है।  
  • इंडियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन (आईएससीए) के महाप्रबंधक डॉ. अच्युत सामंत के अनुसार, आईएससी के स्थगन को विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय को सूचित कर दिया गया है। 
  • विज्ञान कांग्रेस भारतीय वैज्ञानिकों की सबसे बड़ी वार्षिक बैठक हैं।
  • उस्मानिया विश्वविद्यालय के विद्यार्थी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ दलितों और अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव कम सरकारी भर्तियां करने के विरोध में प्रदर्शन कर सकते हैं।  
  • इंडियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन (आईएससीए) के महासचिव प्रोफेसर गंगाधर ने बताया कि, उस्मानिया विश्वविद्यालय के कुलपति ने बताया कि परिसर में गड़बड़ी की वजह से निर्धारित समय पर विज्ञान कांग्रेस की मेजबानी करना संभव नहीं होगा
  • उस्मानिया विश्वविद्यालय के 21 साल के एक पोस्ट ग्रेजुएट छात्र ने 3 दिसंबर, 2017 को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।
उस्मानिया विश्वविद्यालय संक्षिप्त में..
उस्मानिया विश्वविद्यालय हैदराबाद में स्थित एक राज्य विश्वविद्यालय है, जो मुख्य वास्तुकार महबूब अली खान नवाब सरवर जंग की सहायता से 1918 में स्थापित किया गया था।
  • हैदराबाद के सातवें और अंतिम निजाम, नवाब मीर उस्मान अली खान के नाम पर इसका नाम रखा गया था।
  • यह दक्षिणी भारत का तीसरा सबसे पुराना विश्वविद्यालय है और यह उर्दू भाषा की पहली भारतीय विश्वविद्यालय है।
भारतीय विज्ञान कांग्रेस संस्था के बारें में..
भारतीय विज्ञान कांग्रेस या 'भारतीय विज्ञान कांग्रेस संघ' (Indian Science Congress Association) भारतीय वैज्ञानिकों की शीर्ष संस्था है। यह 'विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग', भारत सरकार के अधीन एक पेशेवर संस्था है। 
  • इसकी स्थापना सन् 1914 में हुई थी। प्रतिवर्ष जनवरी के प्रथम सप्ताह में इसका सम्मेलन होता है। इसकी स्थापना का उद्देश्य भारत में विज्ञान को बढ़ावा देने के लिये किया गया था। 
  • 'भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस' की ही तरह 'भारतीय विज्ञान कांग्रेस संस्था' की स्थापना भी अंग्रेज़ों ने ही की थी। 
  • जे.एल. सायमनसेन और पी.एस. मॅकमोहन नामक दो ब्रिटिश रसायनविज्ञों ने सन 1914 ई. में 'भारतीय विज्ञान कांग्रेस संस्था' की बुनियाद रखी थी।
  • आशुतोष मुखर्जी की अध्यक्षता में इसकी प्रथम सभा 15 जनवरी से 17 जनवरी, 1914 के मध्य कोलकाता के 'एशियाटिक सोसायटी सभागार' में सम्पन्न हुई थी।
  • विज्ञान कांग्रेस का रजत जयंती सत्र कोलकाता में सन 1938 में नेलसन के लॉर्ड रथरफोर्ड की अध्यक्षता में होना था, लेकिन उनकी अकस्मात मृत्यु के कारण सर जेम्स जिन्स ने अध्यक्षता की। 
  • 'भारतीय विज्ञान कांग्रेस' के इस रजत जयंती सत्र में ही सर्वप्रथम विदेशी वैज्ञानिकों ने भाग लिया था। 
  • भारतीय विज्ञान कांग्रेस के 34वें वार्षिक सत्र का आयोजन 3-8 जनवरी 1947 में दिल्ली में भारत के प्रथम प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के साथ ही सामान्य अध्यक्ष के रूप में हुआ था।
  • विज्ञान कांग्रेस का स्वर्ण जयंती अक्टूबर, 1963 में दिल्ली में प्रो. डी. एस. कोठारी की अध्यक्षता में स्वर्ण जयंती मनाई।
  • विज्ञान कांग्रेस का हीरक जयंती 3 जनवरी से 9 जनवरी, 1973 में चण्डीगढ़ में डॉ. एस. भगवनतम की अध्यक्षता में मनाया गया।
  • विज्ञान कांग्रेस का प्लैटिनम जयंती (75वीं) 1988 में पुणे में प्रो सी.एन.आर राव की अध्यक्षता में मनाया गया।
  • विज्ञान कांग्रेस का शताब्दी वर्ष (100वां) 3 जनवरी से 7 जनवरी, 2013 में कोलकाता में डॉ.मनमोहन सिंह जी अध्यक्षता में मनाया गया। 
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