Dear Aspirants,
26 जनवरी 1950 के बाद, जब भारत एक गणतंत्र देश बन गया, तो भारतीय सेना ने ब्रिटिश भारतीय सेना के ब्रिटिश-पैटर्न रैंक बैज का इस्तेमाल किया। भारत के राष्ट्रपति कमांडर-इन-चीफ और अशोक शेर ने ट्यूडर क्राउन का स्थान ग्रहण किया। 1947 में आजादी के बाद, ''भारत'' राष्ट्रमंडल राष्ट्रों के भीतर एक वर्चस्व बन गया।
(1) Field Marshal - फील्ड मार्शल रैंक सेना मे सर्वोच्च पद होता था। जिसको वर्तमान मे सेना ने समाप्त कर दिया है। एक फील्ड मार्शल को आर्मी स्टाफ के चीफ के सामान्य बराबर का पूरा वेतन मिलता है। वह सभी आधिकारिक मौकों पर पूर्ण वर्दी पहनता है और सेना मुख्यालय में एक कार्यालय चलाता है। वर्तमान में सेना के संगठनात्मक ढांचे में कोई भी फील्ड मार्शल नहीं हैं और यह केवल अतीत में केवल दो अधिकारियों को प्रदान किया गया है-
(3) Lieutenant general - भारत मे दूसरा सर्वोच्च रैंक है।
(4) Major General - भारतीय सेना मे मेजर जनरल का पद भारतीय जल सेना के एड्मिरल और भारतीय वायु सेना के एयर वाइस मार्शल की रैंक के बराबर होता है।
(5) Brigadier - ब्रिगेडियर भारतीय सेना का एक उच्च रैंक होती है।
(6) Colonel - भारतीय सेना मे कर्नल रैंक Brigadier से नीचे और Lieutenant colonel से उच्च रैंक होती है।
(7) Lieutenant colonel - भारतीय सेना मे Lieutenant colonel के रैंक का पदचिन्ह मे अशोक चिन्ह और एक 5 सितारा के बीच अशोक चिन्ह बना होता है।
(8) Major - मेजर एक Commissioned Officer होता है, जिसको मैनेजमेंट और लीडरशिप का ट्रेनिंग मिला होता है। वह हर मिशन का एक खास हिस्सा होता है।
(9) Captian - कैप्टन भी मेजर की तरह Commissioned officer होता है। जिसकी रैंक मेजर से नीचे होती है। कैप्टन का पदचिन्ह मे तीन 5 पंखुड़ी वाले सितारे होते है जिन के बीच मे अशोक चिन्ह बना होता है।
(10) Lieutenant - Lieutenant को Lt., Lieut. और LIEUT. भी लिखा जाता है। पदचिन्ह मे दो 5 पंखुड़ी वाले सितारे होते है, जिन के बीच मे अशोक चिन्ह बना होता है।
(11) Subedar Major - सबेदार मेजर का पद junior commissioned officer मे सब से उच्च होता है। इन के पदचिन्ह मे अशोक चिन्ह के साथ 2 लाल पट्टी के बीच एक पीली पट्टी होती है।
(12) Subedar - हर बटालियन कई सूबेदार होते है। सूबेदार भी एक जूनियर Commissioned ऑफिसर होता है।
(13) Naib subedar - नाइब सूबेदार को 1965 तक जमादार भी कहा जाता था। जिस का पदचिन्ह मे एक 5 सितारा के बीच अशोक चिन्ह होता है और 2 लाल पट्टियों के बीच मे एक पीली पट्टी होती है।
"नाइब सूबेदार के नीचे का रैंक हवलदार, नायक, लांस नायक और सिपाही होते है।"
💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥
Feedback & Suggestions
26 जनवरी 1950 के बाद, जब भारत एक गणतंत्र देश बन गया, तो भारतीय सेना ने ब्रिटिश भारतीय सेना के ब्रिटिश-पैटर्न रैंक बैज का इस्तेमाल किया। भारत के राष्ट्रपति कमांडर-इन-चीफ और अशोक शेर ने ट्यूडर क्राउन का स्थान ग्रहण किया। 1947 में आजादी के बाद, ''भारत'' राष्ट्रमंडल राष्ट्रों के भीतर एक वर्चस्व बन गया।
- कर्नल के.डी.पाठक (सेवानिवृत्त) के अनुसार, “एक फ़ौजी का रैंक कभी भी रिटायर नही होती, यह तो एक ऑफिसर होता है जो रिटायर होता है।”
(1) Field Marshal - फील्ड मार्शल रैंक सेना मे सर्वोच्च पद होता था। जिसको वर्तमान मे सेना ने समाप्त कर दिया है। एक फील्ड मार्शल को आर्मी स्टाफ के चीफ के सामान्य बराबर का पूरा वेतन मिलता है। वह सभी आधिकारिक मौकों पर पूर्ण वर्दी पहनता है और सेना मुख्यालय में एक कार्यालय चलाता है। वर्तमान में सेना के संगठनात्मक ढांचे में कोई भी फील्ड मार्शल नहीं हैं और यह केवल अतीत में केवल दो अधिकारियों को प्रदान किया गया है-
- Field Marshal Sam Manekshaw
- Field Marshal K M Cariappa
(3) Lieutenant general - भारत मे दूसरा सर्वोच्च रैंक है।
(4) Major General - भारतीय सेना मे मेजर जनरल का पद भारतीय जल सेना के एड्मिरल और भारतीय वायु सेना के एयर वाइस मार्शल की रैंक के बराबर होता है।
(5) Brigadier - ब्रिगेडियर भारतीय सेना का एक उच्च रैंक होती है।
(6) Colonel - भारतीय सेना मे कर्नल रैंक Brigadier से नीचे और Lieutenant colonel से उच्च रैंक होती है।
(7) Lieutenant colonel - भारतीय सेना मे Lieutenant colonel के रैंक का पदचिन्ह मे अशोक चिन्ह और एक 5 सितारा के बीच अशोक चिन्ह बना होता है।
(8) Major - मेजर एक Commissioned Officer होता है, जिसको मैनेजमेंट और लीडरशिप का ट्रेनिंग मिला होता है। वह हर मिशन का एक खास हिस्सा होता है।
(9) Captian - कैप्टन भी मेजर की तरह Commissioned officer होता है। जिसकी रैंक मेजर से नीचे होती है। कैप्टन का पदचिन्ह मे तीन 5 पंखुड़ी वाले सितारे होते है जिन के बीच मे अशोक चिन्ह बना होता है।
(10) Lieutenant - Lieutenant को Lt., Lieut. और LIEUT. भी लिखा जाता है। पदचिन्ह मे दो 5 पंखुड़ी वाले सितारे होते है, जिन के बीच मे अशोक चिन्ह बना होता है।
(11) Subedar Major - सबेदार मेजर का पद junior commissioned officer मे सब से उच्च होता है। इन के पदचिन्ह मे अशोक चिन्ह के साथ 2 लाल पट्टी के बीच एक पीली पट्टी होती है।
(12) Subedar - हर बटालियन कई सूबेदार होते है। सूबेदार भी एक जूनियर Commissioned ऑफिसर होता है।
(13) Naib subedar - नाइब सूबेदार को 1965 तक जमादार भी कहा जाता था। जिस का पदचिन्ह मे एक 5 सितारा के बीच अशोक चिन्ह होता है और 2 लाल पट्टियों के बीच मे एक पीली पट्टी होती है।
"नाइब सूबेदार के नीचे का रैंक हवलदार, नायक, लांस नायक और सिपाही होते है।"
💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥
0 Comments