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मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने महाराष्ट्र के इतिहासकार और पुरातत्वविद् अरविंद जमखेडकर को भारतीय ऐतिहासिक शोध परिषद (ICHR) का नया चेयरमैन चुना गया है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने महाराष्ट्र के इतिहासकार और पुरातत्वविद् अरविंद जमखेडकर को भारतीय ऐतिहासिक शोध परिषद (ICHR) का नया चेयरमैन चुना गया है।
- जमखेडकर, प्रोफेसर वाई. सुदर्शन राव की जगह लेंगे।
- वर्तमान में वह पुणे डेक्कन कॉलेज में बतौर चांसलर अपनी सेवा दे रहे हैं।
- 78 साल के जमखेडकर ने बताया कि वह भारतीय ऐतिहासिक शोध परिषद के सलाहकार बोर्ड के साथ चर्चा करेंगे, ताकि भारतीय अतीत के पुनर्निर्माण के लिए प्रोत्साहन को लेकर काम शुरू किया जा सके।
- बता दें कि अरविंद जमखेडकर ने 1966 में पुणे यूनिवर्सिटी से संस्कृत में मास्टर की डिग्री ली थी। इसके बाद उन्होंने डेक्कन कॉलेज से 1966 में प्राचीन भारतीय इतिहास में डॉक्टरेट की उपाधि ली।
- जमखेडकर का रिसर्च 'जैन प्राकृत के विषय वसुदेव हिंदी' पर था। वह 2007 से 2013 के दौरान मुंबई के एशियाटिक सोसाइटी के उप सभापति भी रहे। जमखेडकर मुंबई के एशियाटिक सोसाइटी के संपादक भी रहे हैं।
- जामखेडकर देश के सबसे बड़े स्तूप की खोज में प्रोफेसर जगपति जोशी की टीम में भी शामिल रहे हैं। इसके अलावा अरविंद जमखेडकर ने प्रोटो पुरातत्वविद् के तौर पर भी काम किया है और महाराष्ट्र के पुरातात्विक के निदेशक भी रह चुके हैं। जमखडेकर को 1984 में विश्व अनुदान आयोग द्वारा पुरातत्व में नेशनल लेक्चरर के रूप में भी चुना जा चुका है।
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