भारतीय वायुसेना की फ्लाइंग ऑफिसर अवनी चतुर्वेदी (Avni Chaturvedi) ने अकेले मिग-21 फाइटर प्लेन उड़ाकर रचा इतिहास

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Photo : ANI Twitter
अमेरिका में फाइटर प्लेन उड़ाने वाली पहली महिला और सीनियर सांसद मार्था मैकसैली ने फ्लाइंग आफिसर अवनी चतुर्वेदी को लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला बनने पर बधाई दी है।

  1. भारतीय वायु सेना की फ्लाइंग ऑफिसर अवनी चतुर्वेदी ने अकेले मिग-21 फाइटर प्लेन उड़ाकर इतिहास रच दिया है। 19 फरवरी, 2018 को सुबह अवनी ने गुजरात के जामनगर एयरबेस से उड़ान भरी और सफलतापूर्वक अपना मिशन पूरा किया। वह अकेले फाइटर एयरकाफ्ट उड़ाने वाली भारत की पहली महिला बन गई हैं।
  2. फ्लाइंग ऑफिसर अवनी चतुर्वेदी फ्लाइंग ऑफिसर अवनी चतुर्वेदी अवनी का जन्म 27 अक्टूबर 1993 को हुआ था। उनके पिता श्री दिनकर चतुर्वेदी मध्य प्रदेश सरकार के वाटर रिसोर्स डिपार्टमेंट में एक एग्जिक्युटिव इंजीनियर हैं और उनकी मां एक घरेलू महिला हैं।
  3. गौरतलब है कि महिला फाइटर पायलट बनने के लिए 2016 में पहली बार तीन महिलाओं अवनि चतुर्वेदी, मोहना सिंह और भावना को वायु सेना में कमिशन किया गया था।
  4. अवनी की स्कूली शिक्षा मध्य प्रदेश के शाहदोल जिले के एक छोटे से कस्बे देउलंद में हुई। 2014 में उन्होंने राजस्थान की बनस्थली यूनिवर्सिटी से उन्होंने टेक्नोलॉजी में ग्रेजुएशन की है।
  5. मिग-21 'बाइसन' की दुनिया में सबसे ज्यादा लैंडिंग और टेक-ऑफ स्पीड है।
  6. अवनी मध्य प्रदेश के रीवा जिले से हैं। 25 साल की अवनी ने अपनी ट्रेनिंग हैदराबाद एयर फोर्स अकेडमी में पूरी की।
  7. अवनि के साथ ही बिहार के बेगूसराय की भावना कांत और गुजरात के वड़ोदरा की मोहना सिंह को देश की पहली महिला फाइटर पायलट होने का गौरव प्राप्त है।
  8. कांग्रेस में शामिल होने से पहले मार्था अमेरिकी वायु सेना में 26 वर्ष तक सेवांए दे चुकी हैं। वह 2010 में कर्नल के पद से सेवानिवृत्त हुईं थीं। 
  9. बता दें कि इसके पहले 2016 के पहले भारतीय वासुसेना में महिलाओं को फाइटर प्लेन चलाने की अनुमति नहीं थी। मगर अनुमति मिलने के दो साल बाद ही अवनी ने पहली महिला फाइटर प्लेन पायलट बनने का तमगा अपने नाम कर लिया।
  10. मार्था, अमेरिकी इतिहास में लडाई के दौरान लडाकू विमान उड़ाने वाली तथा फाइटर स्क्वॉड्रन को कमांड देने वाली पहली महिला हैं। वह युद्ध विमान उड़ाने वाली पहली अमेरिकी पायलट रही हैं। उन्होंने 1995 में इराक में युद्ध विमान उड़ाया था। इसके बाद मार्थो ने युद्ध के दौरान करीब 100 घंटे तक उड़ान भरी। ​  
  11. तुर्की 1936 में दुनिया का पहला ऐसा देश बना था जिसके पास महिला फाइटर पायलट थी। इसके अलावा सोमालिया, अमेरिका, अल्जीरिया, ब्रिटेन, इस्राइल और रूस समेत तमाम देशों में महिलाओं ने फाइटर प्लेन उड़ाए हैं। यहां तक कि पाकिस्तान के पास भी लगभग 20 महिला फाइटर पायलट्स हैं।
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