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ऑस्ट्रेलिया ग्रुप (Australia Group) का सदस्य बना भारत

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भारत ऑस्ट्रेलिया ग्रुप (एजी) का सदस्य बन गया। यह परमाणु अप्रसार की एक महत्वपूर्ण व्यवस्था है जिसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि निर्यातों से रासायनिक या जैविक हथियारों का विकास नहीं हो सके।

  1. मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजीम (एमटीसीआर) और वासेनार अरेंजमेंट (डब्ल्यूए) के बाद चार प्रमुख निर्यात नियंत्रण व्यवस्था में से एक एजी की सदस्यता मिलने से भारत को 48 सदस्यीय परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में अपनी सदस्यता की दावेदारी पुख्ता बनाने में मदद मिल सकती है।
  2. बता दें कि चीन एमटीसीआर , डब्ल्यूए और एजी का सदस्य नहीं है। 
  3. विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत को ग्रुप के 43वें भागीदार के तौर पर शामिल किया।
  4. ऑस्ट्रेलिया ग्रुप ने एक विज्ञप्ति में कहा , ' 19 जनवरी, 2018 को भारत औपचारिक रूप से ऑस्ट्रेलिया ग्रुप (एजी) का सदस्य बन गया है।
About Australia Group..
ऑस्ट्रेलिया ग्रुप एक अनौपचारिक संगठन है, जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश पहले से हैं। ऑस्ट्रेलिया समूह, शुरू में 15 सदस्यों से मिलकर, सितंबर 1989 में ब्रसेल्स, बेल्जियम में अपनी पहली बैठक आयोजित की।  
  1. मैक्सिको के 12 अगस्त, 2013 और भारत में 19 जनवरी, 2018 को शामिल करने के साथ, अब सदस्यों की संख्या 43 हैं जिसमे ऑस्ट्रेलिया, यूरोपीय आयोग, यूरोपीय संघ, यूक्रेन और अर्जेंटीना के सभी 28 सदस्यीय राज्य हैं।
  2. 2002 में, समूह ने निर्यात नियंत्रण को मजबूत करने के लिए दो महत्वपूर्ण कदम उठाए पहला "बिना-कम दबाव" की आवश्यकता थी। दूसरा "कैच-ऑल" प्रावधान था, जिसके लिए सदस्यों के राज्यों को सभी निर्यातों को रोकने की आवश्यकता होती है।
  3. सदस्यों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधि हर साल पेरिस, फ्रांस में मिलते हैं।
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