गुजरात : विजय रुपाणी ने ली गुजरात के सीएम पद की शपथ, नितिन पटेल बने उपमुख्यमंत्री

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में लगातार छठवीं बार बनी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार में विजय रूपाणी ने लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, वरिष्ठ नेता लालकृषण आडवाणी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, बिहार सीएम नीतीश कुमार, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, राजस्थान सीएम वसुंधरा राजे, हरियाणा सीएम मनोहर लाल खट्‌टर, गोवा सीएम मनोहर पार्रिकर, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, यूपी डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्या समेत कई मंत्रीगण शपथग्रहण कार्यक्रम में शामिल हुए।

  • गांधीनगर में एक भव्य समारोह में राज्यपाल ओ.पी. कोहली ने 61 वर्षीय विजय रूपानी और नितिन पटेल को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलवाई। 
  • खास बात ये रही कि इस शपथ ग्रहण में एनडीए शासित 18 राज्यों के सीएम भी मौजूद रहे ।
  • रूपाणी समेत जिन 19 की मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है उनमें से छह पाटीदार समुदाय से हैं, पांच ओबीसी, तीन अनुसूचित जनजाति, तीन क्षत्रिय, एक अनुसूचित जाति और एक ब्रह्मण समुदाय से है।
  • संविधान के मुताबिक, 182 सदस्य विधानसभा में 27 से ज्यादा मंत्री नहीं बनाए जा सकते हैं।
  • नितिन पटेल ने भी गुजरात के डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली, वो गुजरात के मेहसाणा से विधायक हैं और पाटीदार समुदाय से आते हैं, वो भी दूसरी बार राज्य के डिप्टी सीएम बने हैं।
मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के साथ इन मंत्रियों ने ली शपथ...
  1. भूपेंद्र सिंह चुडसमा [कैबिनेट मंत्री]- भूपेन्द्र सिंह चुडसमा वरिष्ठ क्षत्रिय चेहरा हैं।  
  2. गणपत वसावा [कैबिनेट मंत्री]- गुजरात बीजेपी के इस वक्त सबसे मजबूत आदिवासी चेहरा है।
  3. आर सी फलदू [कैबिनेट मंत्री]- आरसी फलदू गुजरात के जामनगर दक्षिण से विधायक है।
  4. कौशिक पटेल [कैबिनेट मंत्री]- गुजरात बीजेपी के संगठन का एक बड़ा नाम और पटेल चेहरा है।
  5. दिलीप ठाकोर [कैबिनेट मंत्री]- गुजरात बीजेपी का सबसे बड़ा ठाकोर चेहरा है। 
  6. जयेश राधड़िया [कैबिनेट मंत्री]- सौराष्ट्र के मजबूत पाटीदार नेता विट्ठल राधड़िया के पुत्र है।
  7. प्रदीप सिंह जडेजा [राज्यमंत्री]- अमित शाह से सबसे नजदीकी लोगों में से एक माने जाते हैं।
  8. परबत पटेल [राज्यमंत्री]- उत्तरी गुजरात के चौधरी पटेल समाज से आते हैं।
  9. वासन भाई आहिर [राज्यमंत्री]- आहिर समाज के नेता हैं और इनका कच्छ में अच्छा खासा प्रभाव है।
  10. पुरुषोत्तम सोलंकी [राज्यमंत्री]- राज्य का सबसे बड़ा कोली चेहरा जिसने कोली समाज को बीजेपी के साथ अबतक जोड़े रखा। 
  11. ईश्वर सिंह पटेल- पटेल समाज के नेता हैं और अंकलेश्वर की सीट से चौथी बार चुनाव जीते हैं।
  12. विभावरी दवे- अकेली महिला और ब्राह्मण चेहरा हैं। भावनगर की पहली महिला मेयर भी रह चुकी हैं।  
  13. बच्चू खाबड़- 2017 में तीसरी बार भी बचु भाई ने देवगढ़ बारिया सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा है।
  14. रमण पाटकर- दक्षिण गुजरात के एक और बड़े आदिवासी नेता है।
  15. ईश्वर परमार रुपाणी सरकार का दलित चेहरा है।
  16. जेद्रथ सिंह परमार- मध्य गुजरात में पार्टी का मजबूत क्षत्रिय चेहरा है।
  17. नितिन पटेल ने गुजरात के उपमुख्यमंत्री पद के रूप में शपथ ली।
  18. सौरभ पटेल ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
  19. किशोर कनानी ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली।
आइए जानते हैं विजय रुपाणी की पर्सनल लाइफ बारे....विजय रूपाणी का जन्म 2 अगस्त, 1956 को रंगून, बर्मा में मायाबेन और रमणिकलाल रूपाणी के घर हुआ था। पिता रमणिकलाल रूपाणी आरएसएस से जुड़े रहे। विजय रूपाणी की वाइफ अंजलि भाजपा वुमेन विंग की जनरल सेक्रेटरी हैं।
  • पॉलिटिक्स के अलावा वो राजदीप एक्सपोर्ट्स नाम की कंपनी में पार्टनर हैं।
  • विजय रूपाणी ने भाजपा नेता अंजलि से लव मैरिज की थी। उनकी बेटी राधिका ने भी अपने कॉलेज फ्रेंड निमित मिश्रा से लव मैरिज की है।
  • 1987 में ये राजकोट म्यूनिसिपल कॉर्पोरेटर और ड्रेनेज कमेटी के चेयरमैन बने। 
  • 1996 में ये राजकोट के मेयर बने। 2006 में इनकी राज्यसभा में एंट्री हुई।
  • वर्ष 2006 में उनके ही गुजरात पर्यटक विकास निगम के अध्यक्ष रहने के दौरान गुजरात को पर्यटन केंद्र के रूप में प्रचारित करने के लिए खुशबू गुजरात की का सफल विज्ञापन शुरू हुआ था, जिसमें अमिताभ बच्चन नजर आते हैं।   
  • वर्ष 2013 में गुजरात निगम वित्त बोर्ड के अध्यक्ष थे। अक्तूबर 2014 में गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष वजूभाई वाला के कर्नाटक के राज्यपाल बनाए जाने के बाद राजकोट सीट खाली हुई थी और रूपाणी ने इस सीट से उपचुनाव जीता। उन्हें 19 फरवरी, 2016 को गुजरात भाजपा का प्रमुख नियुक्त किया गया।
  • गुजरात की पहली एवं एकमात्र महिला मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने पाटीदार और दलित आंदोलनों से ढंग से नहीं निबटने के आरोपों के चलते अगस्त, 2016 में अपने पद से इस्तीफा दिया।
  • रूपाणी ने 2014 में राजकोट पश्चिम उपचुनाव के माध्यम से पहली बार विधानसभा के लिए चुनाव लड़ा। इस बार उन्होंने इसी सीट से 53000 से अधिक मतों के अंतर से यह सीट जीती। 
  • 7 अगस्त 2016 को ये पहली बार गुजरात के सीएम बने। 
  • रूपाणी जैन समुदाय से आते हैं और राज्य में इनकी संख्या बहुत कम (2%) है, ऐसे में अन्य जातियों को नाराज किए बगैर उन पर दांव चलना पार्टी के लिए सेफ गेम खेलने जैसा है। राज्य में ठाकुर (8%), मुस्लिम (10%) के अलावा अनुसूचित जाति (12%), अनुसूचित जनजाति (13%), पटेल (15%) और ओबीसी (35%) अच्छी पोजिशन में हैं, ऐसे में इन किसी भी समुदाय से मुख्यमंत्री बनाना मतलब बाकी जातियों को नाराज करना होता।

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