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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 नवम्बर, 2017 को हैदराबाद मेट्रो रेल का उद्घाटन किया। इसी के साथ उन्होंने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के साथ इसमें पहला सफर भी किया।
- मोदी ने हैदराबाद मेट्रो में गवर्नर नरसिंहन, सीएम केसीआर, उपमुख्यमंत्री मोहम्मद अली, मंत्री के. के. रामा, महापौर बोनू राम मोहन, भाजपा विधायक किशन रेड्डी और बीजेपी तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष लक्ष्मण को मिंयापुर से कूकाटपल्ली तक मेट्रो का सफर किया।
- इस अवसर पर मोदी के साथ राव के अलावा आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के गवर्नर ईएसएल नरसिम्हन, केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी, तेलंगाना के आईटी मंत्री केटी रामा राव और राज्य भाजपा प्रमुख के लक्ष्मण भी थे।
- आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की संयुक्त राजधानी हैदराबाद मंगलवार को देश का नौवां शहर बन गया, जहां पर मेट्रो ट्रेन चलने लगी। देश में केवल दिल्ली, लखनऊ, चेन्नई, जयपुर, कोच्चि, बंगलूरू, मुंबई, कोलकाता में मेट्रो ट्रेन फिलहाल चलती है। और साथ ही नागपुर, पुणे, भोपाल, इंदौर, अहमदाबाद, विजयवाड़ा, गुवाहाटी, विशाखापट्टनम, केरल और पटना में मेट्रो प्रोजेक्ट का काम चल रहा है।
- मेट्रो सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक चलेगी और यात्रियों की संख्या व मांग को देखते हुए समय को सुबह साढ़े पांच बजे से रात 11 बजे तक किया जाएगा।
- हैदराबाद मेट्रो नवीन परियोजना और सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल से बनी सबसे लंबी मेट्रो रेल परियोजना है।
- एलएंडटी मेट्रो रेल हैदराबाद लिमिटेड (एलटीएमआरएचएल) को 'स्ट्रैटेजिक एचआर और प्रतिभा प्रबंधन ' श्रेणी में एसएपी एसीई पुरस्कार 2015 प्रदान किया गया है।
- शहर में मेट्रो के पहले चरण के तहत मियापुर और नगोले के बीच 30 किमी की दूरी पर 24 मेट्रो स्टेशन है। हैदराबाद मेट्रो में 29 नवंबर यानि बुधवार से आम जनता सफर कर सकेगी।
- हैदराबाद मेट्रो में खास बात यह है कि इसकी मुख्य ताकत महिला शक्ति होगी।
- कुल 120 मेट्रो रेल ड्राइवरों में से 35 महिला ड्राइवर हैं।
- पूरा ट्रैक 72 किलोमीटर का बनकर के तैयार होगा, जिसमें 12 किलोमीटर हिस्सा अंडरग्राउंड होगा।
- यात्रियों को पहले 2 किलोमीटर पर 10 रुपये, 2 से 4 किलोमीटर के सफर पर 15 रुपये, 4 से 6 किलोमीटर के सफर पर 25 रुपये, 6 से 8 किलोमीटर के लिए 30 रुपये, 8 से 10 किलोमीटर के लिए 35 रुपये, 10 से 14 किलोमीटर के लिए 40 रुपये, 14-18 किलोमीटर के लिए 45 रुपये 18 से 22 किलोमीटर की यात्रा करने पर 50 रुपये और 55 रुपये 22 से 26 किलोमीटर की यात्रा पर देना होगा। अगर कोई यात्री 30 किलोमीटर तक का सफर करता है तो उसे 60 रुपये एक तरफ से किराया देना होगा।
- कंपनी ने स्मार्ट की कीमत 200 रुपये रखी है, जिसमें 100 रुपये का टॉप अप और 100 रुपये सिक्युरिटी डिपॉजिट होगा स्मार्ट कार्ड वालों को यात्रा पर 5 फीसदी की छूट मिलेगी।
Metro rail in india....
(1) साल 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कोलकाता में पहले मेट्रो का उद्घाटन किया था।- देश में सबसे पहली मेट्रो परियोजना की शुरुआत पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में हुई थी।
- महानगर परिवहन परियोजना ने साल 1971 में मास्टर प्लान के तहत बनाई थी।
- दिल्ली मेट्रो पांच लाइनों (रेड, येलो, ब्लू, ग्रीन और वॉयलेट) पर रेल यात्रा का संचालन करता है। इन पांच लाइनों पर चार, छह और आठ कोच वाली 235 ट्रेनें चलती है।
- फिलहाल, दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क 164 स्टेशनों के बीच 218.17 किमी तक फैला हुआ है।
- बेंगलुरु में सबसे पहले मेट्रो ऑपरेशन की शुरुआत 20 अक्टूबर, 2011 को एमजी रोड से बैयप्पनहल्ली स्टेशन के बीच हुई थी।
- वर्तमान में बेंगलुरु में दो मेट्रो लाइन (पर्पल और ग्रीन) 42.30 किमी के एरिया में संचालित हो रही है।
- तीन नई लाइने डार्क ब्लू, रेड और यलो पर 72 किमी का कार्य निर्माणधीन है।
- सबसे पहले मेट्रो ट्रेन 8 जून 2014 को दौड़ी थी, वर्सोवा-अंधेरी-घाटकोपर के बीच 11.40 किमी तक मेट्रो रेलवे बनाने के लिए फेज-1 के तहत कुल 4,321 करोड़ रुपये का खर्च आया।
- मुंबई मेट्रो ने अपनी सेवा की शुरुआत के पहले महीने में ही 10 लाख मुसाफिरों का आंकड़ा पार कर लिया था।
- कोयाम्बेडू से अलांदुर (10.15किमी) के बीच चलने वाली पहली मेट्रो थी।
- भारत सरकार ने चेन्नई मेट्रो परियोजना के लिए 28 जनवरी 2009 में अपनी स्वीकृति दे दी थी, जबकि निर्माण कार्य की शुरुआत साल 2011 में हुई थी।
- फेज-1A के तहत मानसरोवर से चांदपोल बाजार के बीच 9.63 किमी के लिए 13 नवंबर 2010 को शुरू हुआ था।
- कोच्चि मेट्रो 13 किलोमीटर लंबे आलुवा से पालारिवट्टम मार्ग पर 11 स्टेशनों को जोड़ती है।
- कोच्चि मेट्रो को बनाने का काम साल 2012 में शुरू हुआ था, जब पूर्व ओमन चांडी सरकार ने इस परियोजना को 'मेट्रो मैन' ई श्रीधरन को सौंपा था।
- ओमन चांडी सरकार ने 2005 में इस परियोजना को मंजूरी दी थी, उसके बाद साल 2006 में अच्युतानंदन की सरकार आ गई और यह परियोजना ठंडे बस्ते में चली गई, लेकिन चांडी के दोबारा 2011 में सत्ता में आने के बाद इस परियोजना पर काम तेजी से शुरू हुआ।
- लखनऊ मेट्रो का निर्माण कार्य 27 सितंबर, 2014 को तत्कालीन यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यकाल में शुरू हुआ था।
- पहले चरण में मेट्रो ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग तक 8.5 किमी तक चलाया गया।
- लखनऊ मेट्रो परियोजना के पहले चरण के लिए कुल 6,880 करोड़ रुपये का खर्च आया।
- बता दें, लखनऊ नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर (एयरपोर्ट से मुंशी पुलिया) पर करीब 23 किमी रेलवे लाइन पर निर्माण कार्य जारी है।
- प्रोजेक्ट में देरी के कारण लागत 14,132 करोड़ रुपये से बढ़कर करीब 18,800 करोड़ हुई।
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