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वित्त वर्ष 2017-18 के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने बुधवार ( 04अक्टूबर, 2017) को चौथी द्विमाही मौद्रिक नीति समीक्षा के अनुसार, रेपो दर को छह प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है।
- मौद्रिक नीति कमेटी (एमपीसी) ने तरलता समायोजन सुविधा (एलएएफ) के तहत पॉलिसी रेपो रेट 6.0 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया।
- रेपो रेट- 6.0 फीसदी- रेपो रेट, जिस पर यह बैंकों को दिया जाता है।
- रिवर्स रेपो रेट- 5.75 फीसदी- जिस पर आरबीआई बैंकों से कर्ज लेता है।
- बैंक रेट- 6.25 फीसदी
- सीमांत स्थायी सुविधा (एमएसएफ) रेट- 6.25 फीसदी
- एसएलआर 0.5 फीसदी घटाकर 19.5 फीसदी किया है।
- 2017-18 की वास्तविक सकल मूल्यवर्धित (जीवीए) वृद्धि को अगस्त 2017 के 7.3 प्रतिशत से घटाकर 6.7 प्रतिशत कर दिया गया है।
- आरबीआई की अगली क्रेडिट पॉलिसी 5-6 दिसंबर के दौरान होगी।
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