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महत्वपूर्ण बिन्दु.......
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देश में स्वर्णिम सड़क चतुर्भुज का आगाज किया था। इसी तर्ज पर अपनी सरकार के पहले रेल बजट के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार महानगरों के बीच हीरक [डायमंड] हाईस्पीड रेल चतुर्भुज की आधारशिला रख दी है।
- हीरक [डायमंड] हाईस्पीड रेल चतुर्भुज योजना, भारतीय रेलवे की एक उच्च गति रेल नेटवर्क परियोजना, जो दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई को एक हाईस्पीड रेलवें में जोड़ने की योजना हैं।
- रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने याद दिलाया, इस संबंध में उपाय करने के लिए इस बजट में उच्च रफ्तार परियोजना के लिए रेल विकास निगम लिमिटेड और हाईस्पीड रेल कॉरीडोर को 100 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
- मोदी का कहना था कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर हमें स्वर्णिम चतुर्भुज रोड नेटवर्क की तरह ही हाईस्पीड ट्रेन के हीरक नेटवर्क से महानगरों को जोड़ना चाहिए। एक अनुमान के मुताबिक महानगरों को हाईस्पीड ट्रेन नेटवर्क से जोड़ने पर करीब 12 लाख करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
9 जून 2014 को, आधिकारिक तौर पर उल्लेख किया गया था कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार उच्च गति ट्रेनों के डायमंड चतुर्भुज परियोजना का शुभारंभ करेंगे।
- प्रमुख टर्मिनलों दिल्ली, मुंबई, पुणे, विशाखापत्तनम, तिरुवनंतपुरम, बैंगलोर, चेन्नई, हैदराबाद और कोलकाता में होंगे।
- गलियारा भारत के 14 राज्यों और प्रदेशों के माध्यम से पारित होगा।
- ये राज्य गुजरात, आंध्र प्रदेश, बिहार, हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल हैं।
- ट्रेनें 320 किमी प्रति घंटे की गति और 250 किमी प्रति घंटे की औसत गति से संचालित होंगी।
- हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड समकक्ष एजेंसी है।
- दिल्ली-कोलकाता कोरिडोर { मेसर्स इनसीको (स्पेन) और मेसर्स टायपोसा-एम / एस इंटरकांटिनेंटल कंसल्टेंट्स और टेक्नोक्रेट्स प्राइवेट लिमिटेड को अध्ययन संविदा प्रदान की गई (1583 किमी दिल्ली-कोलकाता कोरिडोर की अनुमानित लागत 84000 करोड़ रूपये)}
- दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर {रेलवे सर्वेक्षण और डिजाइन संस्थान समूह निगम (चीन) और लाहमेयर इंटरनेशनल (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड को अध्ययन संविदा प्रदान की गई}
- दिल्ली-चेन्नई कॉरिडोर
- मुंबई-चेन्नई कोरिडोर { मैसर्स सिस्रा (फ्रांस)-आरआईटीईएस-अर्नेस्ट एंड यंग एलएलपी को अध्ययन संविदा प्रदान की गई}
- कोलकाता-चेन्नई कॉरिडोर
- मुंबई-कोलकाता कोरिडोर
- दिल्ली-अमृतसर कोरिडोर
- दिल्ली-चंडीगढ़-अमृतसर- इस हाई स्पीड रेल कॉरिडोर का अध्ययन प्रगति पर है। अंतरिम रिपोर्ट, सितंबर 2015 में फ्रांस के सलाहकार मैसर्स सिस्त्रो द्वारा प्रस्तुत की गई है।
- चेन्नई-बंगलौर-मैसूर- चीन रेलवे ईरीअन इंजीनियरिंग ग्रुप के साथ सहयोग में इस इस हाई स्पीड रेल कॉरिडोर का अध्ययन प्रगति पर है। (जून 2015 में अंतरिम रिपोर्ट प्रस्तुत की गई)
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