बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि मामले के प्रमुख पक्षकार व निर्मोही अखाड़ा के सरपंच महंत भास्कर दास का निधन

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राम जन्मभूमि के प्रमुख पक्षकार व निर्मोही अखाड़ा के सरपंच महंत भास्कर दास का लंबी बीमारी के बाद अयोध्या में निधन हो गया।

  • महंत भास्कर दास का जन्म 1929 में गोरखपुर के रानीडीह में हुआ था।
  • 16 साल की उम्र में 1946 में वह अयोध्या आ गए, हनुमान गढ़ी पहुंचे। जहां वह महंत बलदेव दास निर्मोही अखाड़ा के शिष्य बने। इसी दौरान उनकी शिक्षा दीक्षा भी हुई। 
  • 1986 में भास्कर दास के गुरु भाई बाबा बजरंग दास का निधन हो गया, जिसके बाद इन्हें हनुमान गढ़ी का महंत बना दिया गया।
  • 1993 में महंत भास्कर दास निर्मोही अखाड़े के उपसरपंच बन गए थे।
  • 1993 में ही सीढ़ीपुर मंदिर के महंत रामस्वरूप दास के निधन के बाद उनके स्थान पर भास्कर दास को निर्मोही अखाड़े का सरपंच बना दिया गया।
  • 88 वर्षीय महंत भास्कर दास 1959 से राम जन्मभूमि के मुकदमे जुड़े थे।
  • महंत भास्कर दास का निधन 16 सितम्बर, 2017 को 88 वर्ष की उम्र में हुआ।
  • अयोध्या के तुलसीदास घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।
  • भास्कर दास को यह तीसरा अटैक आया। इससे पहले उन्हें साल 2003 और 2007 में भी अटैक आ चुका था। 
  • 30 सितंबर, 2010 को इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस सुधीर अग्रवाल, एसयू खान और डीवी शर्मा की बेंच ने इस मुद्दे पर अपना फैसला सुनाते हुए 2.77 एकड़ विवादित जमीन को तीन बराबर हिस्सों में बांटने का आदेश दिया था।
  • राम चबूतरा और सीता रसोई वाली जगह निर्मोही अखाड़े को दे दी दिया था।

नोट:-

  1. बाबरी मस्जिद के सबसे बुजुर्ग पैरोकार हाशिम अंसारी का का भी निधन हो गया है। उनका निधन 20 जुलाई, 2016 को 96 साल की उम्र में हुआ। उन्होंने अयोध्या में मंदिर और मस्जिद अगल-बगल बनाने की पेशकश की थी।
  2. राम मंदिर आंदोलन के दौरान 6 दिसंबर, 1992 को अयोध्या में विवादित बाबरी ढांचा गिरा दिया गया था।
सम्बंधित लिंक....
http://www.thehindu.com/news/national/other-states/ayodhya-case-main-litigant-mahant-bhaskar-das-dead/article19697358.ece
http://economictimes.indiatimes.com/news/politics-and-nation/chief-litigant-in-babri-masjid-case-mahant-bhaskar-das-passes-away/articleshow/60708326.cms
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