Budget 2017:93 साल में पहली बार पेश नहीं होगा अलग रेल बजट, जानें Budget से जुड़ी कुछ और बातें

Budget 2017:93 साल में पहली बार पेश नहीं होगा अलग रेल बजट, जानें Budget से जुड़ी कुछ और बातें





93 साल में ऐसा पहली बार होगा जब रेल बजट पेश नहीं होगा। पहली बार आम बजट 28 या 29 फरवरी की बजाय 1 फरवरी को पेश किया जाएगा। अपनी बजट स्पीच में जेटली GST के मद्देनजर सर्विस टैक्स बढ़ाने का एलान कर सकते हैं। वहीं, इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव हो सकता है। इससे आठ लाख रुपए तक की कमाई टैक्स फ्री हो सकती है। जेटली 50 हजार रुपए से ज्यादा के कैश ट्रांजैक्शन पर टैक्स लगाने का एलान भी कर सकते हैं| 

जानिए, इस बजट में क्या होगा पहली बार और क्या 10 एलान कर सकते हैं जेटली......
1.93 साल में पहली बार रेल बजट अलग से पेश नहीं हाेगा

-ऐसा पहली बार हाेगा जब रेल बजट को आम बजटमें मर्ज होगा। 1924 में अंग्रेजों के वक्त से 2016 तक रेल बजट अलग से पेश किया जाता रहा है। 
- नीति आयोग के मेंबर बिबेक देबरॉय और किशोर देसाई की कमेटी ने रेल बजट खत्म करने की सिफारिश की थी। 
- दरअसल, रेलवे सरकारी खजाने से 40 हजार करोड़ रुपए मिलने के बाद हर साल करीब 10 हजार करोड़ रुपए डिविडेंड के तौर पर चुकाता है। रेलवे को कमर्शियल वेंचर माना जाता है। उसे सरकार और दूसरे सेक्टर्स से ऐड मिलते हैं। उसका 6% रेलवे केंद्र को देता है।
-रेल बजट को आम बजट में विलय के लिए राष्ट्रपति ने भारत सरकार (कामकाज का आवंटन) नियम, 1961 में संशोधन को मंजूरी दे दी है| अब आर्थिक मामलों का विभाग दोनों बजट तैयार करेगा| केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पिछले साल सितंबर में वित्त वर्ष 2017-18 से रेल बजट को आम बजट में मिलाने के लिए कुछ ऐतिहासिक बजटीय सुधारों को मंजूरी दी थी|

2.बजट शब्द की उत्पत्ति फ्रेंच भाषा के 'बॉजेट' से हुई है, जिसका अर्थ होता है चमड़े का बटुआ| बजट के जरिए सरकार अगले साल के आय-व्यय का ब्योरा पेश करती है|
-1924 से आम बजट फरवरी की आखिरी तारीख को पेश होता आ रहा है। इस बार ऐसा पहली बार होगा जब बजट फरवरी की पहली तारीख को पेश होगा। 
-ऐसा इसलिए किया गया है ताकि सालाना खर्च से जुड़े प्लान और प्रपोजल्स को अगला फाइनेंशियल ईयर शुरू होने से काफी पहले संसद की मंजूरी मिल सके। 
-2000 तक आम बजट शाम 5 बजे पेश होता था। लेकिन वाजपेयी सरकार के वक्त 2001 में यशवंत सिन्हा ने यह ट्रेंड बदला और बजट 11 बजे पेश होने लगा।
3.जेम्स विल्सन को भारतीय बजट का संस्थापक कहते हैं. भारत का पहला बजट 18 फरवरी 1860 को वायसराय की परिषद में जेम्स विल्सन ने पेश किया था|
4.स्वतंत्र भारत का पहला बजट तत्कालीन वित्तमंत्री आर के शनमुखम चेट्टी ने 26 नवंबर 1947 को पेश किया था|
5.पंडित जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने पीएम के साथ वित्तमंत्री भी रहते हुए बजट पेश किए थे. नेहरू ऐसे पहले पीएम थे जिन्होंने बजट पेश किया था|
6.भारतीय इतिहास में सबसे ज्यादा बजट पेश करने का रिकॉर्ड वित्तमंत्री मोरारजी देसाई के नाम है,वित्तमंत्री रहते हुए उन्होंने दस बार बजट पेश किया था|
7.मोरारजी देसाई के बाद अगर किसी का नाम आता है तो वे हैं पी चिदंबरम जिन्होंने 9 बार बजट पेश किया|
8.गौरतलब है कि इस बजट में व्यक्तिगत आयकर छूट सीमा (60 साल से कम आयु के लोगों के लिए) मौजूदा 2.5 लाख रुपए से बढ़ाई जा सकती है| कुछ जानकार और सर्वे कह रहे हैं कि यह छूट साढ़े तीन लाख तक बढ़ाई जा सकती है| इसके अलावा जानकार मानते हैं कि जेटली सर्विस टैक्स जोकि अभी 15 फीसदी है, को 16-18 फीसदी बढ़ा सकते हैं| यदि सरकार द्वारा सर्विस टैक्स बढ़ा दिया जाता है तो आम आदमी के लिए होटेल में खाना पीना, फोन का बिल, हवाई यात्रा की टिकट आदि जैसी कई सेवाओं और वस्तुओं के दाम बढ़ जाएंगे| 
        (स्त्रोत : दैनिक भास्कर )

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