आईडीएफसी बैंक (IDFC Bank) और कैपिटल फर्स्ट (Capital First) मर्जर को मंजूरी

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देश के प्राइवेट बैंक आईडीएफसी बैंक और नॉन बैंकिंग फाइनैंशल कंपनी (NBFC) कैपिटल फर्स्ट के विलय को मंजूरी मिल गई है। आईडीएफसी बैंक और कैपिटल फर्स्ट का मर्जर 1 अप्रैल 2018 से लागू हो जाएगा। बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजीव लाल ने जारी बयान में कहा, ''हमें यकीन है कि यह विलय आईडीएफसी बैंक के लिए अभूतपूर्व होगा।

  1. इस ऐलान के साथ ही IDFC बैंक के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर बिपिन गोस्‍वामी ने इस्‍तीफा दे दिया है। 
  2. इस मर्जर डील में दोनों कंपनियों का शेयर स्वैप रेशियो 139:10 है। इसमें IDFC बैंक के 139 शेयर कैपिटल फर्स्ट के 10 शेयर के बराबर होंगे। इस मर्जर में कैपिटल फर्स्ट के 10 शेयर के बदले IDFC बैंक के 139 शेयर मिलेंगे।
  3. कैपिटल फर्स्ट के मौजूदा चेयरमैन एवं एमडी वी. वैद्यनाथ विलय के बाद संयुक्त निकाय के एमडी व सीईओ होंगे और राजीव लाल आईडीएफसी बैंक के नॉन-एक्जिक्यूटिव चेयरमैन होंगे।
  4. आईडीएफसी बैंक ने बीएसई (बम्बई स्टॉक एक्सचेंज) को एक नियामकीय फाइलिंग में कहा, “आईडीएफसी बैंक के निदेशक मंडल ने कैपिटल फर्स्ट लि., कैपिटल फर्स्ट होम फाइनेंस लि. और कैपिटल फर्स्ट सिक्यूरिटीज लि. के साथ एकीकरण की समग्र योजना को मंजूरी दे दी।”  
  5. आपको बता दें कि बता दें कि पिछले साल आईडीएफसी बैंक और श्रीराम सिटी यूनियन के विलय की खबरें आई थीं, लेकिन फिर दोनों में आपसी सहमति नहीं बनी और विलय नहीं हुआ।
  6. नई कंपनी का ऐसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) 88,000 करोड़ रुपए होगा। नई कंपनी देश के 50 लाख ग्राहकों को सेवा देगी।
  7. कैपिटल फर्स्ट की मार्केट वैल्यू 8,266 करोड़ रुपये है, वहीं आईडीएफसी बैंक की मार्केट वैल्यू 23,000 करोड़ रुपये है। दोनों के विलय से 31 हजार करोड़ रुपये की वैल्यू वाली कंपनी बन जाएगी। 
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