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तीन माह के सेवा विस्तार के बाद, यूपी के पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह ने प्रदेश में कानून-व्यवस्था में सुधार को लेकर अपनी प्राथमिकताएं गिनाई। हर गांव में चौकीदार होगा और रिक्त पदों पर भर्ती की जाएगी।
- सेवा विस्तार मिलने के बाद अब सुलखान सिंह 31 दिसंबर, 2017 तक डीजीपी बने रहेंगे।
- विदाई समारोह के बाद सेवा विस्तार पाने वाले एके जैन के बाद सुलखान सिंह दूसरे डीजीपी हैं।
- सुलखान सिंह 1980 कैडर के यूपी के सबसे वरिष्ठ आईपीएस अफसर हैं, इन्हें 21 अप्रैल, 2017 को डीजीपी बनाया गया था।
- डीजीपी सुलखान सिंह को 30 सितंबर, 2017 को ही सेवानिवृत्त होना था।
- अखिलेश सरकार ने 2016 के पहले दिन जावीद अहमद को यूपी का आठवां डीजीपी नियुक्त किया था।
- 2015 में पहली विदाई अरुण कुमार गुप्ता, फिर एके जैन और फिर डीजीपी जगमोहन यादव अपनी पोस्ट से रिटायर हुए थे।
डीजीपी सुलखान सिंह : प्रोफाइल
- सुलखान सिंह (जन्म-1957) उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक हैं। इससे पूर्व वे पुलिस महानिदेशक (प्रशिक्षण) के पद पर कार्यरत थे।
- पुलिस मैडल और राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित सुलखान सिंह 1980 बैच के आईपीएस हैं।
- 1980 कैडर के यूपी के सबसे सीनियर आईपीएस अफसर सुलखान सिंह की छवि एक ईमानदार अधिकारी के रूप में मानी जाती है।
- सुलखान सिंह की प्रारंभिक शिक्षा आदर्श बजरंग इंटर कॉलेज बांदा से हुई।
- उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के तिंदवारी क्षेत्र के जौहरपुर गांव के रहने वाले सुलखान ने आईआईटी रुड़की से सिविल इंजीनियरिंग के साथ लॉ की डिग्री भी हासिल की है।
- 2001 में लखनऊ में वें डीआईजी के पद पर तैनात थे।
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