All India Institute of Medical Sciences (AIIMS): All you need to know
सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने "ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया" कैंपेन के तहत कई इंफोग्राफिक्स जारी किए, इन इंफोग्राफिक्स में से कुछ हेल्थ से संबंधित भी थे।
जवाहर लाल नेहरू जी ने देश को वैज्ञानिक संस्कृति से ओत प्रोत करने का सपना देखा था और उन्होंने इसे प्राप्त करने के लिए एक विशाल डिजाइन तैयार की।
All India Institute of Medical Sciences (AIIMS): All you need to know |
सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने "ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया" कैंपेन के तहत कई इंफोग्राफिक्स जारी किए, इन इंफोग्राफिक्स में से कुछ हेल्थ से संबंधित भी थे।
- साल 2017-18 में झारखंड और गुजरात में दो नए ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) की स्थापना।
- एनडीए सरकार साल 2014 में सत्ता में आई थी, तो उसने चार नए AIIMS स्थापित किए जाने का ऐलान किया था, इसके बाद 2015 में सात और 2017 में दो और AIIMS स्थापित किए जाने का ऐलान किया।
- साल 1956 में स्थापित AIIMS के अलावा देश में छह अन्य AIIMS अटल बिहारी वाजपेयी वाली एनडीए सरकार में शुरू हुए और यूपीए शासन के दौरान पूरे हुए।
- साल 2008 में यूपीए सरकार ने उत्तर प्रदेश के रायबरेली में AIIMS बनाने का ऐलान किया था, इस प्रस्ताव को साल 2009 में कैबिनेट ने मंजूरी भी दे दी थी।
- फैक्ट चेकर की रिपोर्ट के मुताबिक, 11 नए AIIMS के लिए मंजूर फंड का अब तक केवल 3 फीसदी ही जारी किया गया है।
- साल 2014-15 के बजट भाषण में चार नए एम्स का ऐलान किया गया था, इनमें आंध्र प्रदेश के मंगलगिरी, महाराष्ट्र के नागपुर, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और पश्चिम बंगाल के कल्याणी को एम्स मिला था।
- साल 2015-16 के बजट में सात नए एम्स का ऐलान किया गया. इनमें असम, हिमाचल, पंजाब, तमिलनाडु, बिहार को एक-एक और दो जम्मू-कश्मीर को एम्स मिले।
- साल 2017-18 के बजट में मोदी सरकार ने गुजरात और झारखंड को एक-एक एम्स का वादा किया।
- साल 2003 की तत्कालीन वाजपेयी सरकार ने स्वास्थ्य कार्यक्रम PMSSY (प्रधान मंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना) के पहले चरण के तहत पहले छह नए एम्स भोपाल, भुवनेश्वर, जोधपुर, पटना, रायपुर और ऋषिकेश में प्रस्तावित किए गए थे।
- छह नए AIIMS साल 2012 में पूरा हुए थे, लेकिन 2014 तक इनमें काम शुरू नहीं हो पाया।
जवाहर लाल नेहरू जी ने देश को वैज्ञानिक संस्कृति से ओत प्रोत करने का सपना देखा था और उन्होंने इसे प्राप्त करने के लिए एक विशाल डिजाइन तैयार की।
- भारतीय लोक सेवक, सर जोसेफ भोर, की अध्यक्षता में 1946 के दौरान स्वास्थ्य सर्वेक्षण और विकास समिति द्वारा एक राष्ट्रीय चिकित्सा केन्द्र की स्थापना की पहले ही सिफारिश की गई थी।
- पंडित नेहरु और स्वास्थ्य मंत्री अमृत कौर के सपने तथा भोर समिति की सिफारिशों को मिलाकर एक प्रस्ताव बनाया गया जिसे न्यूज़ीलैंड की सरकार का समर्थन मिला।
- कोलोम्बो योजना के तहत आया जिससे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला 1952 में रखी गई। अंत में एम्स का सृजन 1956 में संसद के एक अधिनियम के माध्यम से एक स्वायत्त संस्थान का दर्जा दिया गया था।
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