ऐतिहासिक स्मारक ( Historical Monument) : क़ुतुब मीनार का इतिहास (History of Qutub Minar)

ऐतिहासिक स्मारक ( Historical Monument) : क़ुतुब मीनार का इतिहास (History of Qutub Minar)


ऐतिहासिक स्मारक ( Historical Monument) : क़ुतुब मीनार का इतिहास (History of Qutub Minar)..........

* कुतुब मीनार भारत में दक्षिण दिल्ली शहर के महरौली भाग में स्थित, ईंट से बनी विश्व की सबसे ऊँची मीनार है। इसकी ऊँचाई 72.5 मीटर (237.86 फीट) और व्यास 14.3 मीटर है, जो ऊपर जाकर शिखर पर 2.75 मीटर  हो जाता है। इसमें 379 सीढियाँ हैं।
*अफ़गानिस्तान में स्थित, जाम की मीनार से प्रेरित एवं उससे आगे निकलने की इच्छा से, दिल्ली के प्रथम मुस्लिम शासक कुतुबुद्दीन ऐबक, ने कुतुब मीनार का निर्माण सन 1199 में आरम्भ करवाया, परन्तु केवल इसका आधार ही बनवा पाया। 
*लेकिन कुतुबुद्दीन ऐबक के दामाद एवं उत्‍तराधिकारी शमशुद्दीन इल्तुतमिश ने इसका निर्माण कार्य पूरा कराया कुतुब मीनार का नाम ख़्वाजा क़ुतबुद्दीन बख्तियार काकी के नाम पर रखा गया था ।
*कुतुब मीनार 1326 ई. में क्षतिग्रस्त हो गई थी और मुगल बादशाह मुहम्मद बिन तुग़लक़ ने इसकी मरम्मत करवायी थी। 
*इसके बाद में 1368 ई. में मुगल बादशाह फ़िरोज़शाह तुग़लक़ (Firojhshah Tughlaq) ने इसकेे ऊपर की दो मंज़िलों को हटाकर इसमें दो नई मंज़िलें और जुड़वा दीं थीं । 
*पाँच मंज़िला कुतुब मीनार की तीन मंज़िलें लाल बलुआ पत्थर से एवं अन्य दो मंज़िलें संगमरमर एवं लाल बलुआ पत्थर से बनाई गयी हैं और प्रत्येक मंज़िल के आगे बॉलकनी स्थित है । 
*कुतुब मीनार पुरातन दिल्ली शहर, ढिल्लिका के प्राचीन किले लालकोट के अवशेषों पर बनी है। ढिल्लिका अन्तिम हिन्दू राजाओं तोमर और चौहान की राजधानी थी।
*इसका नाम प्रथम तुर्की सुल्तान कुतुबुद्दीन ऐबक के नाम पर पडा, वहीं कुछ यह मानते हैं कि इसका नाम बग़दाद के प्रसिद्ध सन्त कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी के नाम पर है, जो भारत में वास करने आये थे। 
*कुतुबमीनार के परिसर में एक लौह है इस लौह स्‍तंंभ की खासियत यह है कि यह सैकडों बर्ष पुराना होने के बाद भी इस स्‍तंंभ में अभी तक जंग नहीं लगी है| यह लौह स्‍तंंभ कुतुब मीनार परिसर में मस्जिद के पास स्थित हैै इस स्‍तंभ की ऊॅचाई 7 मीटर है । 
* कुतुब मीनार परिसर में कुतुब मीनार,कुब्बत-उल-इस्लाम मस्जिद, अलाई मीनार, आली दरवाजा, लौह स्तंभ और इल्तुत्मिश का मकबरा स्थित है ।  
* अलाई मीनार क़ुतुब मीनार से भी ज्यादा ऊँची, बड़ी और विशाल मीनार होती लेकिन 1316 में अलाउद्दीन  की मृत्यु के कारण निर्माण कार्य रुका  |    कुतुब मीनार परिसर के ही उत्तर-पश्चिम में इल्तुत्मिश का मकबरा स्थित है । 
*यह मकबरा भारत में किसी मुस्लिम शासक द्वारा स्वयं के जीवित रहते हुये अपने लिए बनवाया गया पहला मकबरा है । 
 *वर्ष 1983 में कुतुबूमीनार को युनेस्को द्वारा ‘विश्व विरासत स्थल’ का दर्जा प्रदान किया गया । 

 Fact N Fact.................

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