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भारतीय संस्कृति में नारी के सम्मान को बहुत महत्व दिया गया है। संस्कृत में एक श्लोक है- "यस्य पूज्यंते नार्यस्तु तत्र रमन्ते देवता:।।" अर्थात्, जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं।
International Women's Day 2018 theme is "Time is Now: Rural and urban activists transforming women's lives". |
भारतीय संस्कृति में नारी के सम्मान को बहुत महत्व दिया गया है। संस्कृत में एक श्लोक है- "यस्य पूज्यंते नार्यस्तु तत्र रमन्ते देवता:।।" अर्थात्, जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं।
- International Women's Day 2018 theme is "Time is Now: Rural and urban activists transforming women's lives".
- पहली बार अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 1909 में मनाया गया था। इसे संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1975 से मनाना शुरू किया।
- 1908 में 15000 महिलाओं ने न्यूयॉर्क सिटी में वोटिंग अधिकारों की मांग के लिए, काम के घंटे कम करने के लिए और बेहतर वेतन मिलने के लिए मार्च निकाला।
- अमेरिका की सोशलिस्ट पार्टी की घोषणा के अनुसार, 1909 में यूनाइटेड स्टेट्स में पहला राष्ट्रीय महिला दिवस 28 फरवरी को मनाया गया।
- 1910 में क्लारा ज़ेटकिन (जर्मनी की सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी की महिला ऑफिस की लीडर) नामक महिला ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का विचार रखा।
- 19 मार्च 1911 को पहली बार आस्ट्रिया डेनमार्क, जर्मनी और स्विट्ज़रलैंड में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। 1913 में इसे ट्रांसफर कर 8 मार्च कर दिया गया।
- जानकारी के लिए बता दें कि इस दिन महिलाओं के लिए पर्पल रंग का इस्तेमाल किया जाता है। कुछ लोग पर्पल रंग का रिबन पहनकर इस दिन को मनाते हैं।
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