विश्व संगीत दिवस (World Music Day) 2018: 21 जून, 2018
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1982 में फ्रांस से पहली बार म्यूजिक डे मनाया गया। इस डे को Fete de la Musique नाम दिया गया और उसे हर साल इसी नाम से सेलिब्रेट किया जाने लगा।
1982 में फ्रांस से पहली बार म्यूजिक डे मनाया गया। इस डे को Fete de la Musique नाम दिया गया और उसे हर साल इसी नाम से सेलिब्रेट किया जाने लगा।
- साल 1976 में अमेरिका के मशहूर संगीतकार जोएल कोहेन ने फ्रांस में संगीत पर आधारित एक जलसे का आयोजन किया था। जिसके बाद हर साल 21 जून को वर्ल्ड म्यूजिक डे मनाया जाता है।
- म्यूजिक के इस जश्न में अर्जेंटीना, ब्रिटेन, जर्मनी, चीन, जैसे बड़े देश शामिल हैं, इसके अलावा भारत में भी अब ये मनाया जाने लगा है।
- आदिम युग की गुफाओं के पास पुरातत्व वैज्ञानिकों को हड्डी की बांसुरी मिली है, जिससे पता लगता है कि पाषाण काल में पोली हड्डी का इस्तेमाल बांसुरी के रूप में किया गया होगा, फिर लकड़ी की बांसुरी बनाई गई होगी। माना जाता है कि मानव का पहला संगीत यंत्र यही हड्डी वाली बांसुरी थी।
- सिंधु घाटी काल खुदाई में एक नृत्य बाला की मुद्रा में कांस्य की प्रतिमा मिली।
- अलाउद्दीन खिलजी का दरबार अपने संगीत और संगीतज्ञों के लिए प्रसिद्ध था।
- उत्तरी भारत में सबसे पहला संगीत सम्मेलन जौनपुर के सुल्तान हुसैन शर्की ने आयोजित किया था, ग्वालियर के राजा मान सिंह तोमर ने संगीत की एक संस्था को स्थापित किया था।
- भारतीय संगीत का सुनहरा युग अकबर के राज्यकाल में आया, जिसके दरबार में एक दो नहीं बल्कि 36 संगीतज्ञ थे। जिसमें बैजु बावरा, तानसेन, रामदास और तानसेन जैसे महान गायक शामिल थे।
- 'आलम आरा' फिल्म का वो पहला गीत था,'दे दे खुदा के नाम पे प्यारे'जो मात्र हारमोनियम और तबले पे कंपोज किया गया था।
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