GS Notes : काकोरी कांड में शामिल रामप्रसाद बिस्मिल, रोशन सिंह, अशफाक उल्लाह खां और राजेंद्र प्रसाद लाहिड़ी को नमन....
Dear Readers,
"अगर आप खड़े हो कर बोलेंगे नहीं तो आतंकवाद और फैलेगा।" -मलाला युसुफ़ज़ई
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"Terrorism will spill over if you don’t speak up.""अगर आप खड़े हो कर बोलेंगे नहीं तो आतंकवाद और फैलेगा।" -मलाला युसुफ़ज़ई
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उत्तर प्रदेश में लखनऊ के पास स्थित काकोरी आधुनिक भारत में भी चर्चा का विषय बना। 9 अगस्त, 1925 को इस स्थान पर देशभक्तों ने "आठ डाउन सहारनपुर-लखनऊ पैसेन्जर ट्रेन" में रेल विभाग की ले जाई जा रही संग्रहीत धनराशि को लूटा।- हिन्दुस्तान प्रजातन्त्र संघ की ओर से प्रकाशित इश्तहार और उसके संविधान को लेकर बंगाल पहुँचे दल के दो नेता शचीन्द्रनाथ सान्याल बाँकुरा में उस समय गिरफ्तार कर लिये गये जब वे यह इश्तहार अपने किसी साथी को पोस्ट करने जा रहे थे।
- कहीं से भी धन प्राप्त होता न देख राम प्रसाद बिस्मिल ने 7 मार्च, 1925 बिचपुरी तथा 24 मई, 1925 को द्वारकापुर में 2 राजनीतिक डकैतियाँ डालीं|
- 8 अगस्त, 1925, धन की तत्काल व्यवस्था की जरूरत के मद्देनजर शाहजहाँपुर में राम प्रसाद 'बिस्मिल' के घर पर हुई एक इमर्जेन्सी मीटिंग में अंग्रेजी सरकार का खजाना लूटने की एक योजना बनायी।
- 9 अगस्त, 1925 को इस योजनानुसार दल के ही एक प्रमुख सदस्य राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी ने लखनऊ जिले के काकोरी रेलवे स्टेशन से छूटी 'आठ डाउन सहारनपुर-लखनऊ पैसेन्जर ट्रेन' को चेन खींच कर रोका।
- पण्डित राम प्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में अशफाक उल्ला खाँ, पण्डित चन्द्रशेखर आज़ाद व 6 अन्य सहयोगियों ने समूची ट्रेन पर धावा बोलते हुए सरकारी खजाना लूट लिया।
- राम प्रसाद बिस्मिल और अश्फाक़ुल्लाह खान हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन से थे, जो बाद में हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन बना।
- अशफाक उल्ला खाँ ने अपना माउजर मन्मथनाथ गुप्त को पकड़ा दिया और हथौड़ा लेकर बक्सा तोड़ने में जुट गए। मन्मथनाथ गुप्त ने उत्सुकतावश माउजर का ट्रैगर दबा दिया, गोली अहमद अली नाम के मुसाफिर को लग गयी।
- ट्रेन के गार्ड को बंदूक की नोंंक पर काबू कर लिया। गार्ड के डिब्बे में लोहे की तिज़ोरी को तोड़कर आक्रमणकारी दल 4000 रुपये लेकर फरार हो गए।
- राम प्रसाद 'बिस्मिल' 26 सितम्बर, 1925 को सहारनपुर में गिरफ्तार किया, के साथ समूचे हिन्दुस्तान से 40 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। और उनके लेफ्टिनेंट अशफाक़ुल्ला खान को दस महीने बाद दिल्ली में गिरफ्तार किया गया था।
- निर्णय 6 अप्रैल, 1927 को सुनाया गया| रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खाँ, राजेन्द्र लाहिड़ी और ठाकुर रोशनसिंह को मृत्युदण्ड की सज़ा सुनाई गई।
- सचीन्द्र सान्याल को आजीवन कारावास हुआ और मन्मथनाथ गुप्त को 14 वर्षों का सश्रम कारावास दिया गया।
- काकोरी ट्रेन डकैती के लिए गिरफ्तार क्रान्तिकारियों के समर्थन में आने वाले आंकड़ों में मोतीलाल नेहरू, मदन मोहन मालवीय, जिन्ना, लाला लाजपत राय, जवाहरलाल नेहरू, गणेशशंकर छात्र, शिवप्रसाद गुप्ता, श्रीप्रकाश और आचार्य नरेंद्र देव|
- गोविंद बल्लभ पंत, मोहनलाल सक्सेना, चंद्रभानू गुप्ता, अजीतप्रसाद जैन, गोपीनाथ श्रीवास्तव, आर.एम बहादुरजी और बी.के.चौधरी और कृपा शंकर हजेला द्वारा गिरफ्तार क्रांतिकारियों के लिए कानूनी रक्षा प्रदान की गई।
- लखनऊ के एक वकील और पंडित नेहरू के भाई पंडित जगत नारायण मुल्ला ने गिरफ्तार क्रांतिकारियों की रक्षा करने से इनकार कर दिया। न्यायालय के कानून द्वारा उन्हें सार्वजनिक अभियोजक के रूप में नियुक्त किया गया था।
- रामप्रसाद बिस्मिल ने 9 सितंबर, 1927 को गोरखपुर जेल से मदन मोहन मालवीय को एक पत्र लिखा था। मालवीय ने तत्कालीन वाइसराय और भारत के गवर्नर जनरल एडवर्ड फ्रेड्रिक लिंडलीवुड को केंद्रीय विधानमंडल के 78 सदस्यों के हस्ताक्षर के साथ एक ज्ञापन भेजा, जिसे भी रद्द कर दिया गया था।
- 16 सितंबर, 1927 को, अंतिम दया याचिका को लंदन में प्रेवी काउंसिल और इंग्लैंड एस.एल.के एक प्रसिद्ध वकील के माध्यम से राजा सम्राट को भेजा गया था।
- काकोरी कांड में शामिल रामप्रसाद बिस्मिल, रोशन सिंह, अशफाक उल्लाह खां और राजेंद्र प्रसाद लाहिड़ी को 19 दिसंबर, 1927 को फांसी दे दी गई थी|
- अशफ़ाक़ उल्ला ख़ाँ को 19 दिसम्बर, 1927 को फैजाबाद जेल में फाँसी पर लटका कर मार दिया गया
- ठाकुर रोशन सिंह को 19 दिसम्बर, 1927 को मलाका जेल वर्तमान में इलाहाबाद का स्वरपरानी नेहर अस्पताल परिसर में फांसी दी गई थी|
एक अनसुनी पंक्ति......
1.चीफ जस्टिस लुइसशर्टस् को बिस्मिल से अंग्रेजी में पूछा- "मिस्टर रामप्रसाद! फ्रॉम व्हिच यूनीवर्सिटी यू हैव टेकेन द डिग्री ऑफ ला?"- 'एक्सक्यूज मी सर! ए किंग मेकर डजन्ट रिक्वायर ऐनी डिग्री।'
प्रश्न:- 'काकोरी ट्रेन कांड (Kakori Train Conspiracy)' की घटना कब घटित हुई थी?
1.8 अगस्त, 1925
2.9 अगस्त, 1925
3.10 अगस्त, 1925
4. 9 जुलाई, 1925
5. 26 नवम्बर, 1925
उत्तर:- 9 अगस्त, 1925
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