सामान्य अध्ययन( General Study )(s/3) : "सामान्य विज्ञान ( General science )" के प्रश्नों का व्याख्यात्मक हल( 10000 science Quiz Series Q&A Format)(50*50 Q & A quiz )
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सामान्य अध्ययन( General Study )(s/3) : "सामान्य विज्ञान ( General science )" |
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1.अंधो के पढ़ने की लिपि होती है? - ब्रेल लिपिव्याखा (Explanation):-
- ब्रेल सिस्टम एक तरह की लिपि है, जिसको दुनिया भर में नेत्रहीनों को पढ़ने और लिखने में छूकर व्यवहार में लाया जाता है। इस कला को 1821 में खोजा गया था।
- लुई ब्रेल, फ्रांस के शिक्षाविद तथा अन्वेषक थे जिन्होने अंधों के लिये लिखने तथा पढ़ने की प्रणाली विकसित की। यह पद्धति 'ब्रेल' नाम से जगप्रसिद्ध है। महत्वपूर्ण बात है कि फ्रांस के रहने वाले ब्रेल खुद एक नेत्रहीन थे।
व्याखा (Explanation):-
- डीपीटी('ट्रिपल एंटीजन') संयोजित टीकों की एक श्रेणी को संदर्भित करता है जो मनुष्यों को होने वाले तीन संक्रामक रोगों से बचाव के लिए दिए जाते हैं: डिप्थीरिया, पर्टुसिस (काली खांसी) और टेटनस|
4.किस तत्व के कमी के कारण मनुष्य एनीमिया से ग्रसित हो जाते हैं? - आयरन 5.एल्बो ज्वाइंट(Elbow Joint) किस प्रकार का ज्वाइंट है? - हींग ज्वाइंट (Hinge Joint)
6.फाउंटेन पेन का आविष्कारक कौन था? - वॉटर मैन
व्याखा(Explanation):-
- संयुक्त राज्य अमेरिका के लेविस ई. वाटरमैन 1884 में की थी |
व्याखा(Explanation):-
- विरंजन के लिए और कृमिनाशक रूप में इस चूर्ण का प्रयोग व्यापकता से होता है, पर चूर्ण के स्थान में अब अन्य कई पदार्थ, जैसे द्रव क्लोरीन, कैल्सियम हाइपोक्लोराइट अधिकाधिक उपयोग में आ रहे हैं।
व्याखा(Explanation):-
- विलियम हार्वे ने
व्याखा(Explanation):-
- कैल्सियम हाइपोक्लोराइट एक अकार्बनिक यौगिक है। इसका रासायनिक सूत्र CaOCl2 है।
- यह एक सफेद बेरवेदार ठोस है। इससे क्लोरीन की तीव्र गन्ध निकलती रहती है। पीने के जल के शु्द्धिकरण में इसका उपयोग किया जाता है।
- क्लोरोफार्म तथा क्लोरीन गैस बनाने में भी इसका उपयोग किया जाता है। इसे विरंजनचूर्ण (ब्लीचिंग पाउडर) भी कहते हैं।
- इसका निर्माण सर्वप्रथम ग्लैसगो के चार्ल्स टेनैंट ने सन् 1799 में किया था।
व्याखा(Explanation):-
- यूरोक्रोम नामक पीले पिगमेंट की उपस्थिति के कारण सामान्य मूत्र आम तौर पर हल्का पीले रंग का होता है। वयस्क मनुष्यों में मूत्र का औसत उत्पादन प्रति दिन 2 लीटर होता है। यह अलग-अलग परिस्थितियों पर निर्भर करता है ।
- का पीएच 4.6-8 के बीच में होता हैं|
व्याखा(Explanation):-
- सोडियम कार्बोनेट एक अकार्बनिक यौगिक है जिसका रासायनिक सूत्र (Na2CO3) है। इसे 'धावन सोडा' या 'धोने का सोडा' (washing soda या soda ash और soda crystals) भी कहते हैं।
- यह एक सामान्य लवण है जिसका जलीय घोल क्षारीय होता है। इसलिए इसका उपयोग कपड़े धोने के लिये किया जाता है। इसलिये इसे धावन सोडा (वाशिंग सोडा) भी कहते हैं।
- जल की कठोरता दूर करने में भी इसका उपयोग होता है। यह जल में अति विलेय है।
व्याखा(Explanation):-
- आनुवंशिक गुप्त लिपि (जेनेटिक कोड) क्लिक अम्ल और जीन, मूलत: विस्तृत तौर पर दो अलग संकल्पनाएँ हैं, जो साथ मिलकर हॉली, खुराना और निरेनबर्ग के आनुवंशिक कोड संबंधी खोज का आधार प्रस्तुत करते हैं।
व्याखा(Explanation):-
- आहारीय आयोडीन मानव शरीर के अत्यावश्यक भौतिक तत्त्व है। ये अवटु ग्रंथि के सम्यक, कार्यविधि के लिए आवश्यक है जो शक्ति का निर्माण करती है, हानिप्रद कीटाणुओं को मारती है और इसके हार्मोन थांयरांक्सीजन की कमी पूरी करती है।
व्याखा(Explanation):-
- मानव मुखड़े की सुंदरता बहुत कुछ दंत या दाँत पंक्ति पर निर्भर रहती है।
व्याखा(Explanation):-
- लैक्टोबैसिलस जीवाणु प्रोबायोटिक जीवाणु है, जो दूध को दही में बदलता है। प्रोबायोटिक एक प्रकार के खाद्य पदार्थ होते हैं|
व्याखा(Explanation):-
- भारी जल, हाइड्रोजन के समस्थानिक ड्यूटीरियम का आक्साइड हैं।
व्याखा(Explanation):-
- ध्वनि एक यांत्रिक तरंग है। इसके संचरण के लिये माध्यम की आवश्यकता होती है। निर्वात में ध्वनि का संचरण नहीं होता। वायु में ध्वनि का संचरण एक अनुदैर्घ्य तरंग (लांगीट्युडनल वेव) के रूप में होता है।
व्याखा(Explanation):-
- लार में एंजाइम ऐमीलेस होता है (जिसे प्त्यालिन भी कहा जाता है) जो स्टार्च को शर्करा में तोड़ता है।
- लार गस्टिन (Gustin) हार्मोन का स्त्राव करती है जो माना जाता है कि स्वाद कलियों के विकास में एक भूमिका निभाती है।
व्याखा(Explanation):-
- पित्तरस का निर्माण और पित्ताशय में संग्रह कार्य करती है। ओर पित्तरस में कोई भी एन्जाइम नहीं पाया जाता है। परन्तु यह भोजन के अम्लीय माध्यम को उदासीन बनाकर क्षारीय में परिवर्तीत का कार्य करती है|
21.ध्वनि की तीव्रता निर्धारित होती है? - आयाम सेव्याखा(Explanation):-
- ध्वनि एक प्रकार का कम्पन या विक्षोभ है जो किसी ठोस, द्रव या गैस से होकर संचारित होती है।
- ध्वनि एक यांत्रिक तरंग है न कि विद्युतचुम्बकीय तरंग। (प्रकाश विद्युतचुम्बकीय तरंग है।)
व्याखा(Explanation):-
- चार्ल्स डार्विन, क्रमविकास के सिद्धान्त का प्रतिपादन किया।
- संचार डार्विन के शोध का केन्द्र-बिन्दु था। उनकी सर्वाधिक प्रसिद्ध पुस्तक जीवजाति का उद्भव (Origin of Species) प्रजातियों की उत्पत्ति सामान्य पाठकों पर केंद्रित थी।
व्याखा(Explanation):-
- एनरिको फेर्मि (Enrico Fermi) इटैलियन भौतिक विज्ञानी एवं नोबेल पुरस्कार विजेता थे।
व्याखा(Explanation):-
- गैल्वेनोमीटर एक वैज्ञानिक उपकरण है। गैल्वेनोमीटर का आविष्कार एण्ड्रे-मेरी एम्पियर (फ्रांस) ने वर्ष 1834 में किया था। इस यंत्र का उपयोग छोटे विद्युत् परिपथों में विद्युत धारा की दिशा एवं मात्रा ज्ञात करने में किया जाता है।
व्याखा(Explanation):-
- नाइट्रोजन, सामान्य ताप और दाब पर यह गैस है तथा पृथ्वी के वायुमण्डल का लगभग 78% नाइट्रोजन ही है।
- यह एक रंगहीन, गंधहीन, स्वादहीन और प्रायः अक्रिय गैस है। इसकी खोज 1772 में स्कॉटलैण्ड के वैज्ञनिक डेनियल रदरफोर्ड ने की थी।
व्याखा(Explanation):-
- किसी विलायक में कोई विलेय मिलाने पर, विलायक के हिमांक का कम हो जाने की प्रक्रिया हिमांक अवनमन (Freezing-point depression) कहलाती है।
व्याखा(Explanation):-
- वायुमंडल की आर्द्रता नापने के साधनों को आर्द्रतामापी (Hygrometer) कहते हैं।
- वायु में किसी समय नमी की तात्कालिक जानकारी के लिए गीले और सूखे बल्बवाले आर्द्रतामापी (वेट ऐंड ड्राइ बल्ब हाइग्रोमीटर) का निर्माण किया गया है। इसे साइक्रोमीटर (psychrometer) भी कहते हैं।
व्याखा(Explanation):-
- एम्पीयर(A), विद्युत धारा या विद्युत आवेश की मात्रा प्रति सैकण्ड की इकाई है।
- एम्पीयर SI मूल इकाई है और इसका नाम विद्युतचुम्बकत्व को खोजने वाले वैज्ञानिक आंद्रे-मैरी एम्पीयर के नाम पर्रखा गया है।
व्याखा(Explanation):-
- वह स्थिर ताप जिस पर क्वथन होता है,क्वथनांक कहलाता है।
- दाब बढ़ाने से द्रव का क्वथनांक बढ़ जाता है और दाब घटने से द्रव का क्वथनांक घट जाता है।
व्याखा(Explanation):-
- इसमें कैल्शियम व मैग्नीशियम के बाइकार्बोनेट व कार्बोनेट उपस्थित रहते हैं। इसकी सरल पहचान है कि यह साबुन जे साथ फेन (झाग) उत्पन्न नही करता।
- ध्यान रहे कि ‘भारी जल’ अलग चीज है।
व्याखा(Explanation):-
- उत्प्रेरक अभिक्रिया में भाग नहीं लेता, केवल क्रिया की गति को प्रभावित करता है।
व्याखा(Explanation):-
- लेंस एक प्रकाशीय युक्ति है जो प्रकाश के अपवर्तन के सिद्धान्त पर काम करता है।
- उत्तल (convex) ताल मसूर की आकृति का होता है।
- किसी लेंस द्वारा प्रकाश किरणों को अभिसरण और अपसरण करने की मात्रा (degree) को लेंस की क्षमता कहते हैं|
व्याखा(Explanation):-
- परमाणु किसी भी साधारण से पदार्थ की सबसे छोटी घटक इकाई है जिसमे एक रासायनिक तत्व के गुण होते हैं|
- हर परमाणु नाभिक से बना है और नाभिक एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉन्स से सीमित है।
- प्रोटान और न्यूट्रान न्यूक्लिऑन कहलाता है।
- प्रोटॉन पर सकारात्मक विद्युत आवेश होता है, इलेक्ट्रॉन्स पर नकारात्मक विद्युत आवेश होता है और न्यूट्रान पर कोई भी विद्युत आवेश नहीं होता है।
व्याखा(Explanation):-
- नाभिकीय संलयन के सिद्धान्त पर हाइड्रोजन बम का निर्माण किया जाता है।
व्याखा(Explanation):-
- यकृत (Liver) शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है, जो पित्त (Bile) का निर्माण करती है।
- पाचन क्षेत्र में अवशोषित आंत्ररस के उपापचय (metabolism) का यह मुख्य स्थान है।
व्याखा(Explanation):-
- पर्णहरित या क्लोरोफिल एक प्रोटीनयुक्त जटिल रासायनिक यौगिक है।
- यह प्रकाश-संश्लेषण का मुख्य वर्णक है। इसे फोटोसिन्थेटिक पिगमेंट भी कहते हैं। इसका गठन कार्बन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन तथा मैग्निसियम तत्वों से होता है। यह सभी स्वपोषी हरे पौधों में पाया जाता है।
व्याखा(Explanation):-
- शरीर के किसी भाग के ऊतकों में रक्त आपूर्ति कमी होना और उसके कारण कोशिकाओं में आक्सीजन और ग्लूकोज की कमी हो जाना, स्थानिक अरक्तता ( Ischemia या Ischaemia) कहलाता है।
व्याखा (Explanation):-
- भूकंपमापी (Seismometer) भूगति के एक घटक को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष विधि से अधिक यथार्थतापूर्वक अभिलिखित करने वाला उपकरण है।
व्याखा (Explanation):-
- किसी पदार्थ की गुप्त उष्मा (latent heat), उष्मा की वह मात्रा है जो उसके इकाई मात्रा द्वारा अवस्था परिवर्तन (change of state) के समय अवषोषित की जाती है या मुक्त की जाती है।
- इस शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग सन् १७५० के आसपास जोसेफ ब्लैक ने किया था। आजकल इसके स्थान पर "इन्थाल्पी ऑफ ट्रान्सफार्मेशन" का प्रयोग किया जाता है।
व्याखा (Explanation):-
- कपास एक नकदी फसल हैं। इससे रुई तैयार की जाती हैं, जिसे "सफेद सोना" कहा जाता हैं|
व्याखा (Explanation):-
- शुष्क सेल वस्तुत: एक जिंक-कार्बन बैटरी होती है जिसे शुष्क लेक्लांची सेल(Leclanché cell) भी कहते हैं। इसकी सामान्य स्थिति (बिना धारा की स्थिति में) में वोल्टता १.५ वोल्ट होती है जो कि अल्कलाइन बैटरी के सामान्य वोल्टता के बराबर ही है।
व्याखा (Explanation):-
- भौतिकी में प्रयुक्त विकिरण ऊर्जा का एक रूप है जो तरंगों या किसी परमाणु या अन्य निकाय द्वारा उत्सर्जित गतिशील उपपरमाणुविक कणों के रूप में उच्च से निम्न ऊर्जा अवस्था की ओर चलती है।
व्याखा (Explanation):-
- मिथेन अल्केन श्रेणी का प्रथम सदस्य है। यह सबसे साधारण हाइड्रोकार्बन है।
व्याखा (Explanation):-
- हीरा एक पारदर्शी रत्न है। यह रासायनिक रूप से कार्बन का शुद्धतम रूप है। हीरा में प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं के साथ सह-संयोजी बन्ध द्वारा जुड़ा रहता है।
- ग्रेफाइट कार्बन का एक बहुरूप है। इसमें एक विशेष प्रकार की चमक पायी जाती है एवं यह विद्युत तथा ताप का सुचालक होता है।
व्याखा (Explanation):-
- शुष्क सेल वस्तुत: एक जिंक-कार्बन बैटरी होती है जिसे शुष्क लेक्लांची सेल (Leclanché cell) भी कहते हैं।
व्याखा (Explanation):-
- रक्त वाहिनियों में प्रवाहित होने वाला यह गाढ़ा, कुछ चिपचिपा, लाल रंग का द्रव्य, एक जीवित ऊतक है।
व्याखा (Explanation):-
- कुकुरमुत्ता (मशरूम) एक प्रकार का कवक है, जो बरसात के दिनों में सड़े-गले कार्बनिक पदार्थ पर अनायास ही दिखने लगता है। इसे या खुम्ब, 'खुंबी' या मशरूम भी कहते हैं।
- यह एक मृतोपजीवी जीव है जो हरित लवक के अभाव के कारण अपना भोजन स्वयं संश्लेषित नहीं कर सकता है।
व्याखा (Explanation):-
- अत: इसे स्पेक्ट्रमिकी या स्पेक्ट्रमविज्ञान (Spectroscopy) कहते हैं।
- स्पेक्ट्रमिकी की नींव आइजेक न्यूटन ने सन् 1666 ई. में डाली थी।
- सबसे नीचे बैगनी|
व्याखा (Explanation):-
- नवजात शिशु के शरीर कुल मिलाकर 300 हड्डिया होती है जो वयस्क अवस्था मे आते तक हद्दीयो की संख्या 206 हो जाती है|
व्याखा (Explanation):-
- लैक्टोमीटर (Lactometer) एक वैज्ञानिक उपकरण है। लैक्टोमीटर दूध की शुद्धता मापने वाला उपकरण है।
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