संत समाज से मुख्यमंत्री बनने वाले देश के पहले पुरुष संत, उत्तर प्रदेश के 21वें मुख्यमंत्री
- संत समाज से मुख्यमंत्री बनने वाले देश के पहले पुरुष संत, योगी से पहले उमा भारती मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री बनने वाली संत समाज की पहली महिला थी। दोनों का विश्व हिन्दू परिषद से संबंध है। राममंदिर आंदोलन से दोनेां को जुड़ाव रहा है।
- सांसद महंत योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के 32वें मुख्यमंत्री होंगे।(शपथ क्रम)
- 44 साल के योगी उत्तराखंड के रहने वाले हैं। वे मायावती और अखिलेश यादव के बाद यूपी के तीसरे सबसे कम उम्र के सीएम होंगे। मायावती ने 39 साल और अखिलेश यादव ने 38 साल की उम्र में सीएम की कुर्सी संभाली थी।
- योगी आदित्यनाथ नेपाल के हिन्दू राष्ट्र के समर्थक रहे हैं। नेपाल के शाही राजघराने से इनके मधुर संबंध रहे हैं। नेपाल में राजशाही के अंत और लोकतांत्रितक संविधान लागू होने का योगी ने विरोध किया था। नेपाल को लेकर योगी ने ''हिन्दू राष्ट्र नेपाल- अतीत एवं वर्तमान '' नामक किताब भी लिखी है।
- गढ़वाल विश्विद्यालय से गणित में बीएससी किया है। गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया जिसके बाद 1998 में वह सांसद चुने गए।
- गढ़वाल विश्वविद्याल से विज्ञान में स्नातक करने वाले महंत योगी आदित्यनाथ वर्तमान में गारेखपुर लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी का सांसद होने के साथ नाथ संपद्राय की गोरखपुर में स्थित सबसे बड़ी पीठ और मठ गोरखनाथ मंदिर के गोरक्षपीठाधीश्वर महंत हैं।
- नाथ संप्रदाय की सबसे कठिन परंपरा हठयोग में दीक्षित और हठयोग स्वरूप एवं साधन, राजयोग- स्वरूप और साधना नामक किताब लिखने वाले योगी 22 साल की उम्र में 15 फरवरी 1994 को गोरखनाथ मंदिर के महंत और सांसद अवैधनाथ ने अपना उत्तराधिकारी चुना था।
- 1996 लोकसभा चुनाव में जब सांसद अवैधनाथ गोरखपुर संसदीय सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में थे तो चुनाव का कुशल संचालन करके उन्होंने अपनी राजनीतिक सूझ का खास परिचय दिया।
- 22 साल की उम्र में परिवार त्यागकर वह योगी स्वरूप में आ गए। 1993 से अपना केंद्र गोरखपुर बना लिया और गोरखनाथ मंदिर में निरंतर बढ़ते सेवाभाव ने उन्हें 15 फरवरी 1994 को उनको गोरक्षपीठाधीश्वर के उत्तराधिकारी की पदवी तक पहुंचा दिया।
- महंत योगी आदित्यनाथ हिन्दु युवा वाहिनी नामक एक संगठन के संरक्षक हैं जिसका पूर्वांचल के गांवों से लेकर शहरों तक में बड़ा जनाधार है। इसके अलावा आदित्यनाथ विश्व हिन्दू महासंघ नामक एक अंतराष्ट्रीय संस्था के अध्यक्ष हैं।
- योगी धर्मांतरण के खिलाफ और घर वापसी के लिए काफी चर्चा में रहे। 2005 में योगी आदित्यनाथ ने कथिततौर पर 1800 ईसाइयों का शुद्धीकरण कर हिन्दू धर्म में शामिल कराया। ईसाइयों के इस शुद्धीकरण का काम उत्तर प्रदेश के एटा जिले में किया गया।
- मकर संक्राति पर हर धर्म और वर्ग के लोग बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने आते हैं। महंत दिग्विजयनाथ ने इस मंदिर को 52 एकड़ में फैलाया था। उन्हीं के समय गोरखनाथ मंदिर हिंदू राजनीति के महत्वपूर्ण केंद्र में बदला, जिसे बाद में महंत अवैधनाथ ने और आगे बढ़ाया. उनके निधन के बाद महंत योगी आदित्यनाथ इस विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं।
- अमेरिका, मलेशिया, थाईलैंड, सिंगापुर, कम्बोडिया और नेपाल की यात्रा कर चुके योगी नाथ परंपरा के सबसे बड़े संत हैं।
- 13 सितंबर 2014 में उनके गुरु महंत अवैद्यनाथ के प्राण त्यागने के बाद वह गोरखपुर मंदिर महंत यानी पीठाधीश्वर बने। योगी आदित्यनाथ भाजपा के सांसद होने के साथ साथ हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं। हिन्दू युवा वाहिनी युवाओं का एक सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह है। (महंत अवैद्यनाथ 28 मई 1921-12 सितम्बर 2014)
- योगी आदित्यनाथ के नाम सबसे कम उम्र (26 साल) में सांसद बनने का रिकॉर्ड है. उन्होंने पहली बार 1998 में लोकसभा का चुनाव जीता था. इसके बाद आदित्यनाथ 1999, 2004, 2009 और 2014 में भी लगातार लोकसभा का चुनाव जीतते रहे।
योगी आदित्यनाथ के जीवन में घटित घटनाएँ......
1. कुशीनगर ज़िले में साल 2002 में मोहन मुंडेरा कांड हुआ था। जिसके बाद योगी के नेतृत्व में दोषियों पर कार्रवाई के लिए बड़ा आंदोलन शुरू हुआ। इसके बाद पूर्वांचल में योगी एक मजबूत नेता के तौर पर अपनी पहचान बनाने लगे।2. जनवरी 2007 में एक युवक की हत्या के बाद योगी आदित्यानाथ की हिन्दू युवा वाहिनी कार्यकर्ताओं का गोरखपुर में एक खास संपद्राय से झगड़ा हुआ।रोक के बावजूद योगी आदित्यनाथ को सभा करने और उत्तेजक भाषण देने के आरोप में उन्हें 28 जनवरी 2007 को गिरफ़्तार कर लिया गया।
3. 27 जनवरी 2006 को दो समुदायों में झड़प के बाद गोरखपुर में तनाव था। जिसके बाद भाजपा सांसद आदित्यनाथ को गोरखपुर जाते हुए गिरफ्तार किया गया तो इसके बाद उनके समर्थकों ने हिंसा और तोड़फोड़ शुरु कर दी थी इसके बाद आसपास के ज़िलों में तनाव फैल गया था।
4. योगी आदित्यनाथ के पास दुश्मनों की भी कमी नहीं है। 7 सितम्बर 2008 में योगी आदित्यनाथ पर आजमगढ़ में जबरदस्त हमला हुआ था। उस हमले में योगी आदित्यनाथ बाल-बाल बचे थे। हमला इतना जबरदस्त था कि हमलावरों ने सौ से अधिक वाहनों को घेर कर लोगों को लहुलुहान कर दिया था। ऐसे हमलो ने भी योगी की राह नहीं रोकी ओर वह पहले की तरह ही जनता की सेवा करते रहे।
5. लव जेहाद और धर्मांतरण जैसे मसलों पर उन्होंने खुलकर अपनी बात रखी। योगी धर्मांतरण के खिलाफ और घर वापसी के लिए काफी चर्चा में रहे। 2005 में योगी आदित्यनाथ ने कथिततौर पर 1800 ईसाइयों का शुद्धीकरण कर हिन्दू धर्म में शामिल कराया। ईसाइयों के इस शुद्धीकरण का काम उत्तर प्रदेश के एटा जिले में किया गया।
47 साल के केशव प्रसाद मौर्य और लखनऊ विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग में प्रोफेसर 53 वर्षीय दिनेश शर्मा होंगे उप मुख्यमंत्री-----
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